Thursday, March 28, 2024
spot_img
Homeपुस्तक चर्चादीपक चोऋषिया की पुस्तक कूड़ा धन का विमोचन किया श्रीमती सुमित्रा महाजन...

दीपक चोऋषिया की पुस्तक कूड़ा धन का विमोचन किया श्रीमती सुमित्रा महाजन ने

वरिष्ठ पत्रकार और इंडिया न्यूज़ चैनल के मुख्य संपादक दीपक चौऋषिया की पुस्तक ‘कूड़ा धन’ का मंगलवार की शाम कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विमोचन हुआ। इस कार्यक्रम के दौरान बतौर अतिथि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के पर फूलों की माला अर्पित करने और दीप प्रज्जवलित करने के साथ की गई।

इस अवसर पर दीपक चौरऋषिया ने कहा कि ‘मैं चाहता हूं कि लोग इसको पढ़ें और इसकी एक सार्थक पहले को समझने की कोशिश करें।’ प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गई ‘कूड़ाधन’ दीपक चौऋषिया द्वारा लिखी गई पहली किताब है, जिसमें कचरे से धन पैदा करने के तरीकों के बारे में बताया गया है।

पुस्तक को लेकर दीपक चौऋषिया का कहना है कि उनका उद्देश्य इस किताब से पैसा कमाना नहीं बल्कि कचरे के सही उपयोग के लिए लोगों को जागरूक करना है। देश में कूड़ों का ढेर बड़ी समस्या है। चारों ओर कूड़ें के कारण बीमारियों का अंबार है। ऐसे में उन्होंने इस किताब में ऐसे उपाय बताएं हैं, जिससे न सिर्फ कूड़े से छुटकारा पाया जा सकता है बल्कि इससे पैसा भी कमाया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि 25 वर्ष की पत्रकारिता के दौरान जिस एक विषय ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया, वह विषय है ‘स्वच्छता’, जो सीधे-सीधे मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण संकट से जुड़ा है। दिल्ली में वायु प्रदूषण से जब सांस लेना दूभर होने लगा, संकट के लिए गंदगी और फसलों के अवशेष जलाने को जिम्मेदार बताया जाने लगा, तब मैंने इस समस्या का मूल जानने की कोशिश की। इस विषय पर सोचना-समझना, पढ़ना शुरू किया। मेरी नजर समस्या के समाधान पर केंद्रित थी।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में ऐसे भी लोग हैं, जो कूड़े-कबाड़ की समस्या को संसाधन में बदल कर करोड़ों-अरबों रुपये का उद्योग खड़ा करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी किताब उन लोगों के काम आ सकती है, जो लीग से अलग हटकर कोई उद्यम शुरू करना चाहते हैं। किताब में ऐसे लोगों की कहानियां भी शामिल हैं, जिन्होंने कूड़ा प्रबंधन को स्टार्ट-अप के रूप में शुरू किया और कम समय में ही सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगे।

दीपक चौऋषिया ने कहा कि अब समय आ गया है, जब उच्च शिक्षा में कूड़ा-प्रबंधन को संपूर्णता में देखते हुए पाठ्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए। इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट में इसे एक पूर्ण विषय का दर्जा दिया जाना चाहिए, क्योंकि कूड़ा प्रबंधन अपने आप में बहुत बड़े उद्योग में परिवर्तित होने जा रहा है।

इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘कोई भी चीज बेकार नहीं है, ये बात हमारी संस्कृति का हिस्सा रही है। हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से स्वच्छता की बात करके लोगों का ध्यान आकर्षित किया है और दीपक चौरसिया ने किताब लिखकर उसी बात को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार आमतौर पर नकारात्मक खबरों के बीच घिरे रहते हैं। दीपक चौरसिया ने कूड़ा धन जैसी सकारात्मक किताब लिखकर पत्रकारों को भी दृष्टिकोण बदलने के लिए प्रेरित किया है। मुझे उम्मीद है कि इस एक दीपक से अनेक दीपक प्रकाशित होंगे।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ‘कूड़ा धन’ को स्वच्छ भारत मिशन को क्रांतिकारी किताब बताया। उन्होंने कहा कि कूड़े की इकनॉमी 10 लाख करोड़ की हो सकती है। इनोवेशन, आंत्रप्रेन्योरशिप, रिसर्च और टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कूड़े को धन में बदला जा सकता है। उन्होंने बताया कि वो स्वयं पिछले 15 वर्षों से कूड़े-कबाड़ से गांव, गरीब, किसानों की तकदीर बदलने के प्रयोग कर रहे हैं। नागपुर नगर निगम पिछले 4 वर्ष से सीवर का पानी बेचकर 18 करोड़ रुपए रॉयल्टी कमा रहा है। अब सीवर के पानी से मीथेन गैस निकाल कर उससे बायो सीएनजी पैदा करने का काम भी शुरू किया जा रहा है। श्री गडकरी ने कहा कि गंगा के किनारे उनका मंत्रालय 110 बायो डाइजेस्टर बना रहा है जिससे सीवर के पानी से मीथेन निकालने में इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ‘कूड़ा धन’ किताब के लिए दीपक चौरसिया को बधाई दी और कहा कि पहली बार किसी ने कूड़े की कीमत दुनिया को समझाने की पहल की है।

‘कूड़ा धन’ के विमोचन समारोह में आए अतिथियों का स्वागत प्रभात प्रकाशन के प्रभात कुमार व डॉक्टर पीयूष कुमार ने किया। विमोचन समारोह में इंडिया न्यूज के मैनेजिंग डायरेक्टर व आईटीवी नेटवर्क के प्रमोटर कार्तिकेय शर्मा, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, हंसराज अहीर, गिरिराज सिंह, विजय गोयल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा, आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला, राज्यसभा सांसद बिजनेसवर्ल्ड समूह के चेयरमैन अनुराग बत्रा, वरिष्ठ नेता अमर सिंह, आजतक और इंडिया टुडे चैनलों के मैनेजिंग एडिटर सुप्रिय प्रसाद, इंडिया न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राणा यशवंत, लोकसभा टीवी के एडिटर आशीष जोशी, दैनिक भास्कर दिल्ली संस्करण के संपादक आनंद पांडे, जी हिन्दुस्तान के एडिटर ब्रजेश कुमार सिंह, पूर्व राज्य मंत्री सी.पी.राय, वरिष्ठ पत्रकार कमर वाहिद नकवी, सतीश.के,सिंह राजेश बादल, अजीत अंजुम, संजीव पालीवाल, संजय बरागटा, सईद अंसारी, न्यूज़ मोबाईल के सौरभ शुक्ल, स्मिता शर्मा, अशोक सिंंघल विजयंत पंडा, कांग्रेस मीडिया सेल के चेयरमैन रणदीप सुरजेवाला, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, डॉ. हरीश भल्ला समेत कई राजनेता, वरिष्ठ पत्रकार और मीडियाकर्मी तथा गणमान्य लोग मौजूद थे।

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार