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स्वामी विवेकानंद चलते फिरते धर्मग्रंथ थे: पंडित मुस्तफा आरिफ

उज्जैन। स्वामी विवेकानंद जयंती पर युवाओं के सक्रिय संगठन स्वर्णिम भारत के प्रमुख वक्ता के रूप मे संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार और लेखक पंडित मुस्तफा आरिफ ने कहा कि स्वामी विवेकानंद एक चलित ग्रंथ थे जिन्होंने संपूर्ण विश्व का भ्रमण आध्यात्मिक एकता का संदेश पहुंचाया। एक नरेन स्वामी विवेकानंद ने आध्यात्म का दूसरे नरेन्द्र देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को विश्व प्रसिद्ध बना दिया। अगर इसे राजनैतिक चश्मे से न देखें तो श्री नरेन्द्र मोदी का योगदान भी प्रशंसनीय है।

पंडित मुस्तफा ने कहा कि संपूर्ण राष्ट्र के भविष्य की दिशा तय करनें में उनके विचार निर्णायक भूमिका निभाने की क्षमता रखते हैं। आज वेदांत दर्शन को विज्ञान की मान्यता मिलने लगीं हैं, जिससे स्वामी विवेकानंद के विचार और प्रासंगिक हो गए हैं।

पंडित मुस्तफा ने कहा कि स्वामी जी ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा था कि निराशा, कमजोरी, भय, आलस्य तथा ईर्ष्या युवाओं के सबसे बङे शत्रु है। परंतु राष्ट्र की विकास यात्रा में राष्ट्रवाद से जुङी भावनात्मक संवेदनशीलता युवाओं के जीवन से गायब होती जा रहीं हैं। स्वामी जी राष्ट्रवाद के प्रबल समर्थक थे, उनका मानना था कि राष्ट्र के प्रति गौरव बोध से ही राष्ट्र का कल्याण होगा।
पंडित मुस्तफा के अनुसार उन्होंने युवाओं को जीवन में लक्ष्य स्थापित करने के लिए स्पष्ट संदेश दिया और कहा कि तुम सदैव सत्य का पालन करो, विजय तुम्हारी होगी। आने वाली शताब्दियां तुम्हारी बाट जोह रहीं हैं। उन्होंने कहा था कि हमें कुछ ऐसे युवा चाहिए, जो देश के खातिर अपना सर्वस्व न्योछावर करनें को तैयार हो। ऐसे युवाओं के माध्यम से वे देश ही नहीं, विश्व को भी संस्कारित करना चाहते थे।

पंडित मुस्तफा ने कहा कि 11 सितम्बर 1893 सोमवार को शिकागो में एक धर्मसभा में बोलते हुए आशा व्यक्त की कि साम्प्रदायिकता, कट्टरता एवं धर्मांधता का शीघ्र ही विनाश होगा और प्रत्येक धर्म की पताका पर लिखा होगा: युद्ध नहीं सहायता, विनाश नहीं ग्रहण, मतभेद और कलह नहीं- मिलन और शांति।

उज्जैन के टावर चौक पर स्वर्णिम भारत संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रंगा रंग प्रस्तुतियों के बीच संत प्रवर सुलभ शांतु गुरू की विशेष उपस्थिति में मध्यप्रदेश मंत्री श्री कमल पटेल, सांसद श्री अनिल फिरोजिया ने संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्री पारस जैन, विधायक श्री गंगाराम परमार, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती विशेष रूप से उपस्थित थे। संस्था के अध्यक्ष श्री दिनेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया।