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हिन्दुओं को बचाने के लिए कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए

महाराष्ट्र में कांग्रेस को  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के करीबी पूर्व विधायक ओमप्रकाश पोकर्ना ने पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। एक ओर  जब चव्हाण समेत पार्टी के दूसरे दिग्गज मोदी सरकार की नीतियों को कोस रहे थे तो पोकर्ना ने भाजपा में जाने की घोषणा कर सभी कांग्रेसी नेताओं को बगले झाँकने पर मजबूर कर दिया। 

पोकर्ना ने कहा कि राज्य में तेजी से उभर रही मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) से हिंदुओं की रक्षा के लिए ही वह भाजपा में शामिल हुए हैं। नांदेड़ से विधायक रहे पोकर्ना ने बताया कि कांग्रेस में रहते हुए वह खुलकर बोल नहीं पाते थे।

उनके अनुसार एमआईएम हिंसा में लिप्त रही, फिर भी कांग्रेस मुसलमानों के तुष्टीकरण में हमें जुटाए रखना चाहती थी। नांदेड़ में तीन हिदुओं की हत्या की जांच सीबीआई से कराने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार से मांग की थी, लेकिन आग्रह ठुकरा दिया गया।

पोकर्ना को उम्मीद है कि उनकी नई पार्टी हत्या की सीबीआई जांच की उनकी मांग पर संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और देवेंद्र फड़नवीस अब उनकी नई उम्मीद हैं।

महाराष्ट्र की राजनीतिक में नांदेड़ एमआईएम का प्रवेश बिंदु है। तीन वर्ष पहले हुए स्थानीय निकायों के चुनाव में इस संगठन ने 11 सीटें जीत ली थी। तब से यह पार्टी राज्य के कई हिस्सों में पांव पसार चुकी है। एमआईएम के पांव अब मुंबई और औरंगाबाद तक फैले हुए हैं। दोनों जगहों से वह विधान सभा की एक-एक सीट जीत चुकी है।