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पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल द्वारा चीनी और गुड़ के नये उत्पादों का परिवहन

मुंबई। पश्चिम रेलवे की माल और पार्सल विशेष ट्रेनें अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को जारी रखने के लिए देश भर में लगातार चल रही हैं। मंडलों की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों (बीडीयू) द्वारा किए गए निरंतर विपणन प्रयासों के परिणामस्वरूप विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के नए यातायात को आकर्षित करने में उल्लेखनीय सफलता मिल रही है। इसी क्रम में यह भी उल्लेखनीय है कि मुंबई मंडल ने हाल ही में चीनी और गुड़ की नई वस्तुओं का परिवहन किया है। ये उपलब्धियां पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के बहुमूल्य मार्गदर्शन, प्रेरणा और निरंतर निगरानी के कारण सम्भव हुई हैं।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे पार्सल विशेष ट्रेनों और मालगाड़ियों के ज़रिए परिवहन के लिए नये उत्पादों का यातायात हासिल करने में हमेशा अग्रणी रही है और पिछले दिनों इसकी किसान रेलों और पार्सल विशेष ट्रेनों द्वारा चीकू और केलों के नये उत्पादों का सफल परिवहन किया गया। इसी क्रम में मुंबई मंडल के लगातार विपणन प्रयासों के परिणामस्वरूप यह नया यातायात प्राप्त हुआ है। जुलाई 2021 तक नंदुरबार गुड्स शेड से चीनी के दो रेक लोड किए गए, जिससे 82 लाख रुपये का मालभाड़ा राजस्व प्राप्त हुआ। पिछले 25 वर्षों में नंदुरबार गुड्स शेड से चीनी का यह पहला लदान है। निकट भविष्य में, आगामी महीनों में दो और रेकों का लदान किये जाने की उम्मीद है। माह जुलाई, 2021 में बारडोली गुड्स शेड से एक और नये उत्पाद गुड़ का भी एक रेक लोड किया गया, जिससे 75 लाख रुपये का मालभाड़ा राजस्व प्राप्त हुआ। 5 साल के अंतराल के बाद यह यातायात बहाल किया गया है। इन उत्पादों को ओडिशा के सुकिंडा रोड ले जाया गया।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 1 अप्रैल, 2021 से 2 अगस्त, 2021 तक पश्चिम रेलवे ने अपनी 251 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 95 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैंl इनसे लगभग 32.38 करोड़ रु का प्राप्त राजस्व हुआ है । पश्चिम रेलवे द्वारा 43 हजार टन से अधिक दूध के परिवहन के साथ 62 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं और वैगनों का 100% उपयोग किया गया । इसी प्रकार 74 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें चलायी गयीं तथा 12400 टन अत्यावश्यक वस्तुओं का परिवहन किया गया। इसके अतिरिक्त 22000 टन भार वाले 45 इंडेंटेड रेक भी शत-प्रतिशत उपयोग के साथ चलाये गये। किसानों को उनके उत्पादों के लिए नए बाजार उपलब्ध कराने और किफायती तथा तेज परिवहन के लिए इस अवधि में विभिन्न मंडलों से लगभग 17000 टन भार के साथ 70 किसान रेलें भी चलाई गईं।

इसी अवधि के दौरान 1 अप्रैल, 2021 से 2 अगस्त, 2021 तक 28.12 मिलियन टन अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए मालगाड़ियों के कुल 12907 रेक चलाये गये। 27041 फ्रेट ट्रेनों को अन्य जोनल रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया, जिसमें अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर 13542 ट्रेनों को हैंडओवर किया गया और 13499 ट्रेनों को टेकओवर किया गया। श्री ठाकुर ने बताया कि बिजनेस डेवलपमेंट इकाइयॉं (BDUs) रेलवे बोर्ड द्वारा शुरू की गई प्रोत्साहन योजनाओं के साथ मौजूदा और सम्भावित माल ग्राहकों के साथ लगातार सम्पर्क में हैं, ताकि रेल से उनके माल के त्वरित, विश्वसनीय, किफायती और थोक परिवहन के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर सकें।