1

उज्जैन सिंहस्थ में आने वाले विदेशी पर्यटक घरों में ठहरेंगे

सिंहस्थ के दौरान उज्जैन आने वाले विदेशी सैलानियों को भारतीय संस्कृति, भारतीय परिवार और रहन-सहन से परिचित कराया जाएगा। इसके लिए मप्र पर्यटन विकास निगम विदेशी सैलानियों के ठहरने की सुविधा के लिए 'होम स्टे योजना शुरू कर रहा है। इसके तहत पर्यटकों को होटल, मोटल से अलग घरों में रहने की सुविधा प्रदान की जाएगी। पर्यटन विभाग योजना के लिए 10 से लेकर 100 घरों का चुनाव करेगा। इन घरों में पर्यटकों को उस परिवार के साथ वक्त गुजारने का मौका मिलेगा। उन्हें परिवार के साथ ही भोजन की व्यवस्था की जाएगी।

असल में, सिंहस्थ के दौरान देश-विदेश से पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इनमें कई लाख विदेशी पर्यटक शामिल होंगे। उज्जैन में चूंकि होटल और मोटल की कमी है। एेसे में मप्र पर्यटन विकास निगम ने पर्यटकों ठहराने के लिए नई योजना तैयार की है। इसके तहत पर्यटकों को लोगों के घरों में ठहरने की सुविधा दी जाएगी।

उज्जैन में होटलों की कमी को पूरा करने के लिए पर्यटकों को पारिवारिक संस्कार और भारतीय संस्कृति से परिचित कराया जाएगा। इसके लिए उन्हें लोगों के घरों में ठहराएंगे। पर्यटक परिवार के साथ रहकर यहां के रहन-सहन, खान-पान, संयुक्त परिवार के मूल्यों के बारे में जान सकेंगे। इससे होटल की कमी को पूरा करने के साथ ही भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार भी कर सकेंगे। यहां के धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया जाएगा। उन्हें सिंहस्थ के महत्व के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। यहां की पूजा-अर्चना और सामाजिक व्यवस्थाओं के बारे में जान सकेंगे।

होम स्टे से विदेशी पर्यटकों को सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में ज्यादा दिन रोक पाएंगे। साथ ही होटलों की कमी को पूरा किया जा सकेगा। इसके लिए हम 10 से 100 घरों को चुनेंगे। इन घरों में ठहरने के लिए सैलानियों को पूरी सुविधा दी जाएगी। उनके खानपान का इंतजाम भी परिवार के साथ किया जाएगा। इस योजना केलिए परिवारों से मिलेंगे और उन्हें राजी किया जाएगा। परिवारों को इसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से भुगतान भी किया जाएगा।

.