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फर्जी खबरों पर लगाम के लिए गूगल ने कमर कसी

ऑनलाइन ‘फेक न्यूज’ से निपटने की कवायद में जुटी कंपनियों के बीच गूगल ने अब एक नई पहल की है। गूगल के मुताबिक वह ‘फेक न्यूज’ से निपटने के लिए अगले तीन सालों में 300 मिलियन डॉलर खर्च करेगी। इस पहल के तहत न्यूज पब्लिशर्स के साथ मिलकर गलत जानकारियों को इंटरनेट से हटाना और फेक न्यूज को रोकना भी शामिल है।

गूगल ने अपने एक ब्लॉग में फेक न्यूज के प्रवाह को रोकने के लिए विस्तृत कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी है। गूगल ने कहा कि वह अपने सिस्टम को इस तरह से ट्रेन कर रही है कि सही खबरों की पहचान करके असली और सटीक सर्च रिजल्ट दिखा सके। उदाहरण के तौर पर हाल ही में गूगल ने टेस्टिंग के मकसद से यूट्यूब में ब्रेकिंग न्यूज का सेक्शन ऐड किया है।

गूगल ने कहा कि अखबारों के साथ मिलकर वह एक टूल ‘सब्सक्राइब विद गूगल’ लॉन्च करेगा जो फेक न्यूज को रोकने में कारगर होगा। यह टूल ऑनलाइन अखबार पढ़ने वाले पाठकों को फेक न्यूज के बारे में अलर्ट करेगा। इसके लिए गूगल ने दुनिया के कई नामचीन अखबारों के साथ करार भी किया है। गूगल के ब्लॉग के अनुसार, कंपनी अगले कुछ वर्षों में विभिन्न समाचार पत्र प्रकाशकों के साथ इस तरह के सहयोग को बढ़ावा देगी।

गूगल के फेक न्यूज नियंत्रण प्रणाली का लाभ सिर्फ उन्हीं लोगों को मिल सकेगा, जो गूगल को सब्सक्राइब करेंगे। यानी ऑनलाइन अखबार पढ़ने के लिए आपको गूगल के जरिए ही विभिन्न वेबसाइटों तक जाना होगा। इसके तहत एक बार गूगल से लॉग-इन करने के बाद यूजर अपने सब्सक्राइब किए हुए सभी वेबसाइटों को मैनेज कर सकेगा। गूगल ने कहा है कि वह ‘फाइनेंशियल टाइम्स’, ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘ली फिगारो’ और ‘दी टेलिग्राफ’ के साथ मिलकर यह टूल लॉन्च करेगा। गूगल का कहना है कि वह जल्द ही अन्य प्रकाशन समूहों के साथ भी ऐसी सहयोगात्मक करार करेगा।

सर्च इंजन गूगल ऑनलाइन न्यूज टूल्स पर भी निवेश करने की तैयारी में है। गूगल ने यह भी कहा है कि कंपनी ने पहले ही अपने ऐल्गोरिद्म में कुछ बदलाव किए हैं ताकि गलत जानकारियों की पहचान की जा सके, लेकिन अब इससे ज्यादा किया जाएगा। गूगल ने इस 300 मिलियन डॉलर को अगले तीन साल तक निवेश करने का टार्गेट तय किया है और इसका मकसद फेक न्यूज और गलत जानकारियों से निपटना होगा।

गौरतलब है कि गूगल और फेसबुक पर फर्जी खबरों और गलत जानकारियों को न रोक पाने का आरोप लगातार लगता रहा है। इसमें गूगल की विडियो वेबसाइट यूट्यूब भी शामिल है जिस पर फर्जी विडियोज डालने के आरोप लगते रहे हैं। गूगल इस नई पहल के तहत अपने सभी प्लेटफॉर्म से फेक न्यूज को पहचान कर उससे निपटने का काम करेगा।