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मोदी ने देश के लिये क्या किया, बस ये एक उदाहरण ही काफी है

30 दिसम्बर 2017 को एक आदमी केरल के कोच्ची हवाई अड्डे पर आता है बैंकाक से .. जैसे ही वो इमीग्रेशन पर पासपोर्ट देता है तो कम्प्यूटर में चेक करने के बाद महिला इमग्रेशन अफसर उससे उसका नाम बोलने को कहती है। वो आदमी बोलता है नाम पासपोर्ट पर लिखा है। .. वो आफिसर डाँट कर बोलती है। बहस नहीं नाम बोलो .. वो नाम बोलता है .. इमीग्रेशन अफसर तत्काल उसको अपने सीनियर के हवाले कर देती है। .. पूरी रात वो आदमी हवाई अड्डे के उस कमरे में बैठा रहता है। ..सुबह की पहली फ्लाइट से वापस उसको देश से निकाल दिया जाता है। रातभर वो आदमी केरल से लेकर दिल्ली तक के हर बड़े कांटेक्ट को फ़ोन करता है। लेकिन उसकी दाल नहीं गलती .. केंद्र सरकार से सीधे आदेश है और IB के लोग हवाई अड्डे पर जमे हैं … कोई कुछ नहीं कर सकता .. 100 साल से ऊपर पुरानी पार्टी के लोग उसको घुसाने के लिए हर जुगाड़ लगाते हैं … लेकिन मोदी सरकार में कुछ नहीं कर सकता .. मोदी – राजनाथ की सीधे निगाह है … इस आदमी का नाम है *Henri Thipagne और मदुरई स्थित NGO People’s Watch नामक संस्था का फण्ड प्रोवाइडर हैं … ये NGO धर्म परिवर्तन का काम करती है।* … यह आदमी भारत में लगातार कई वर्षों से आता जाता रहा है .. इस पर IB की रिपोर्ट 2010 से ही थी। लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। क्योंकि हिन्दुओं की दुश्मनों की सरकार जो थी। … मगर 2014 से हिन्दुत्व सरकार का गठन हुआ और 2016 में यह मोदी सरकार के रडार पर आया और *अब यह ब्लैक लिस्टेड है। .. भारत में घुस नहीं सकता .. और उसकी NGO के पैसे अब यहाँ नहीं चलते*
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Greenpeace नाम सुना होगा .. वही जिसने भारत में Kim Davy को प्लांट किया था .. वही *किम डेवी जिसने पुरुलिया में हथियारों का जखीरा गिराया था। .. वही किम डेवी जो सांसद पप्पू यादव की गाडी में बैठ कर भागा था ..* जिसको HM की गाडी दिल्ली लेकर आई थी और उसको भारत से भगा दिया गया था सुरक्षित … यह काण्ड नरसिम्हा राव के जमाने में हुआ था। … इसी greanpeace के CEO Ben Hargreaves को भारत विरोधी कार्य के लिए सितम्बर 2015 को भारत के हवाई अड्डे पर आते ही भगा दिया गया था .. इसी ग्रीनपीस की एक्टिविस्ट प्रिया पिल्लई को भारत छोड़ने पर बैन लगा दिया … यह एक्टिविस्ट मध्य प्रदेश के माहन में *आदिवासियों का धर्म परिवर्तन का काम कराती थी .. नाम प्रिया पिल्लई हैं लेकिन यह ईसाई हैं …*
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*?2015 में मोदी सरकार ने 1145 NGO का लाइसेंस ख़त्म किया* .. IB के रिपोर्ट के अनुसार ये NGO भारत में धर्म परिवर्तन, पैसे देकर प्रदर्शन,दंगे कराना आदि का काम का ठेका लेती थीं। .. इनके इस काम से भारत के GDP को कम से कम 2% का नुक्सान कराया .. और *20 लाख से ऊपर परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया* … IB लगातार 2008 से सरकार को यह रिपोर्ट दे रही थी। लेकिन MMS यानि इटली मैडम सरकार कुंडली मारे बैठी थी ..
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*भारत में बलवा, दंगा, धर्म परिवर्तन, उद्योगों का विरोध कराने के लिए विदेशी धन से चलने वाले NGO के मकड़जाल ऐसा था कि प्रति 400 बलवाकर्मी लोगों पर एक NGO की टीम थी* .. इन लोगो ने 2013 में भारत में लगभग 80000 करोड़ का फण्ड का निवेश किया .. इन पैसों से चर्च, मस्जिद का निर्माण, प्रायोजित RTI करने वालों का खर्च से लेकर प्रोपगंडा का बजट शामिल था ..
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मोदी सरकार के समय 2015 – 16 में लगाम लगाने के कारण रकम घटकर लगभग 18000 करोड़ रह गया .. 2016 – 17 में और घटकर 6800 रह गया .. 2017 – 18 में ये 4000 करोड़ से नींचे जाने की उम्मीद है ..
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यह सारा पैसा कहाँ लगता था ? यह पैसा उन लोगों को मिलता था जो *हिन्दू आतंकवाद शब्द के जन्मदाता थे* … इन्ही लोगों की प्लानिंग और इशारे पर कर्नल पुरोहित, कर्नल पठानिया तथा अन्य सैनिकों को जेल भेजा गया … मोदी सरकार में ये इज़्ज़त से बाहर हुए और इनका सैनिक सम्मान वापस मिला ..
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इन पैसों से ये तमिलनाडु में ईसाईकरण करते थे .. मदुरई के मिनाक्षी मंदिर हो या कांचीपुरम, चेन्नई का विष्णु मंदिर हो या महाबलिपुरम .. ऐतिहासिक ताम्बरम हो या अड्यार … *हर जगह मंदिरों के सामने या बगल में चर्च और मस्जिदों का जाल बिछाया* … यह सब उस UPA सरकार के कार्यकाल में भयंकर रूप से हुआ …
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मोदी सरकार ने डायनासोर की दूकान पर ताला लगा दिया तो यह चमगादड़ बन के फड़फड़ा रहे हैं।… इनका नमक खाए लोग propaganda फैला रहे हैं और नकारात्मकता फैला रहे हैं जिसको आम हिन्दू बिना समझे उसी लाइन पे चलने लग रहा है .. … समय है चेते रहिए और propaganda में मत फंसिए ..