Monthly Archives: July, 2015
400 वर्ष पुरानी परम्परा बुझा रही ‘दतिया’ की प्यास
अनिल सिंदूर - 0
म.प्र. दतिया के प्रथम शासक की छोटी सी रियासत पहाड़ों तथा जंगलों के बीच घिरी बडोनी से शुरू हुई थी लेकिन समाप्त ओरछा के...
यात्रियों के मनपसंद बिस्तर के लिए रेल्वे ने शुरु किया सर्वे
यात्रियों की सुविधाओं और सेवा में सुधार को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय ने यात्रियों के मनपसंद बिस्तरों के लिए ऑनलाइन सर्वेक्षण शुरू...
अरविंद तुकांत कोश से घर बैठे कवि बन कविता लिखिए
अपने जून मेँ छपने वाले अरविंद तुकांत कोश के बारे मेँ उस की अपनी भूमिका मेँ से कुछ अंश दे रहा हूँ. प्रकाशक है मेरी...
‘गुरू’ ‘ पूर्णिमा’ का चाँद है
ओशो ने हमारी भारतीय परंपराओं और रीति-रिवाजों पर बेहद गहन और सूक्ष्म दृष्टि से अपना विवेचन प्रस्तुत किया है। उन्होंने हमारी परंपराओं में व्याप्त...
पुरूष को महापुरूष बनाने में गुरू का ही योगदान: दिनेश मुनि
शिर्डी। श्रमण संघीय सलाहकार दिनेष मुनि ने कहा कि गुरुपूर्णिमा का दिवस गुरुओं को वंदन करने और उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का...
2 चाय के खर्चे में 1 करोड़ का टर्म इंश्योरेंस
आजकल महंगाई बहुत बढ़ गई है। लेकिन इस बढ़ती महंगाई में आप थोड़ी सी समझदारी दिखाएं तो अपने परिवार की रिस्क को कवर कर...
बाहुबली ने मचाई खलबली
स्वाति गौड़ - 0
ये सवाल मन में कई बार उठता रहा कि क्या कोई फिल्म कभी पूरे भारत का प्रतिनिधित्व कर पाएगी? क्या कभी कोई फिल्मकार ऐसी...
विरोध इसलिए कि संस्थान में संस्कारवान लोग नहीं चाहिए
स्वाति गौड़ - 0
मुंबई फिल्म उद्योग के ज्यादातर दिग्गज जहां जहां बाहुबली पर मुंह सिले हुए हैं वहीं वे एफटीआईआई में अध्यक्ष पद पर फिल्म एवं टीवी...
डाककर्मी के पुत्र मुंशी प्रेमचंद ने लिखी साहित्य की नई इबारत – कृष्ण कुमार यादव
हिन्दी साहित्य के इतिहास में उपन्यास सम्राट के रूप में अपनी पहचान बना चुके मुंशी प्रेमचंद के पिता अजायब राय श्रीवास्तव डाकमुंशी के रूप...
कुशलतायुक्त पुरुषार्थ आज की जरूरत – स्वामी धर्मबंधु
भोपाल। कुशलतायुक्त पुरुषार्थ आज की आवश्यकता है। एक साथ मिलकर रहना और एक-दूसरे का सम्मान करना हमें सीखना चाहिए। बुद्धि एवं विचार के मामले...