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  • अभिव्यक्ति का दुरुपयोग

    यह कहना गलत नहीं होगा कि हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए "अभिव्यकि की स्वतंत्रता " का भी दुरुपयोग किया जाता है।हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अनादर करना व उनसे घृणा करना अन्य धर्मावलंबियों का एक अटूट लक्ष्य है। इसमें अपवाद हो सकता है लेकिन आक्रान्ताओं के हमारे धर्म को भ्रष्ट करने के लिए हमारी भाषा व संस्कृति पर किये गये आघातों से इतिहास भरा पड़ा है ।

  • अब डाकघर के बचत खाता धारकों के लिए भी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना

    प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना अब डाकघरों के माध्यम से भी उपलब्ध कराई जा रही है । सभी प्रधान डाकघरों व सीबीएस डाकघरों में इस योजना का लाभ वर्तमान बचत खाता धारक और नए खाता धारक खाता खोलकर उठा सकते हैं।

  • ‘सम्मान वापसी: प्रतिरोध या पाखंड’ विषय पर 29 अक्टूबर को संगोष्ठी

    सम्मान वापसी पर उठे विवाद के बाद देश में विरोध और समर्थन का एक विमर्श चल पड़ा है. इसी विमर्श को केंद्र में रखते हुए हिंदी के चर्चित वेब पोर्टल प्रवक्ता.कॉम द्वारा एक संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है. इस आयोजन में देश के नामचीन साहित्यकार, पत्रकार, संस्कृतिकर्मी, ब्लॉगर शामिल हो रहे हैं.

  • अग्रोहा धाम में शरद पूर्णिमा का मेला इतिहास बना गया

    अग्रोहा धाम में शरद पूर्णिमा का मेला इतिहास बना गया

    शरद पूर्णिमा के मौके पर हर बार की तरह इस बार भी अग्रोहा धाम में दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया गया। 34वें महोत्सव के दौरान हुए चिंतन अधिवेशन में वैश्य समाज ने 4 सामाजिक बिंदुओं पर चर्चा करते हुए इसे देश में लागू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत वैश्य समाज निर्धन लोगों के लिए अब विशेष रूप से कार्य करेगा।

  • दुनिया भर के हिन्दी प्रेमियों के लिए “सार्थक” का ऑनलाईन प्रकाशन

    दुनिया भर के हिन्दी प्रेमियों के लिए “सार्थक” का ऑनलाईन प्रकाशन

    समाज में निरन्तर बढ़ती असम्वेदनशीलता, वैचारिक दिशाहीनता, हिन्दी के पाठकवर्ग और भाषा-प्रश्नों के मध्य उत्पन्न हुई असंलग्नता किसी भी सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्ति को चिन्तित करने के लिए पर्याप्त है। इन चिन्ताओं को ध्यान में रखते हुए भाषा, साहित्य व वैचारिकता के कार्यों को गति देने के प्रयासों, ...

  • 29 अक्टूबर, 1915 को अफगानिस्तान में बनी थी आजाद हिन्द सरकार, राजा महेंद्र प्रताप थे पहले राष्ट्रपति

    29 अक्टूबर, 1915 को अफगानिस्तान में बनी थी आजाद हिन्द सरकार, राजा महेंद्र प्रताप थे पहले राष्ट्रपति

    29 अक्तूबर,1915 की तिथि भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखी जानी चाहिये। इस दिन अफगानिस्तान में भारत की पहली स्वाधीन सरकार ‘आजाद हिन्द सरकार’ का गठन हुआ था। राजा महेन्द्र प्रताप इसके राष्ट्रपति थे और मोहम्मद बरकतुल्ला प्रधानमंत्री। इस सरकार के बनने के बाद भारत में अंग्रेजी हुकूमत हिल गई थी।

  • प्रभु के दुश्मन हैं हजार, फिर भी अपने संकल्प से पीछे नहीं हटेंगे

    प्रभु के दुश्मन हैं हजार, फिर भी अपने संकल्प से पीछे नहीं हटेंगे

    आखिरकार रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने एक प्‍लेटफॉर्म तैयार कर दिया है: भारतीय रेल, आधुनिकीकरण के लिए धन की व्‍यवस्‍था करने हेतु नए जरियों को इस्‍तेमाल करते हुए सही पथ पर अग्रसर है

  • स्टार प्लस का तू मेरा हीरो 19 नवंबर से बंद होगा

    स्टार प्लस का तू मेरा हीरो 19 नवंबर से बंद होगा

    खराब रेटिंग की वजह से स्टार प्लस का चर्चित धारावाहिक ‘तू मेरा हीरो’ 19 नवंबर से बंद हो रहा है। ‘तू मेरा हीरो’ 22 दिसम्बर 2012 को टीवी पर शुरू हुआ था। यह शो एक आलसी लड़के टीटू (प्रियांशु जोरा) और एक खूबसूरत लड़की पंछी (सोनिया बलानी) के आस-पास घूमता रहता है। शो मथुरा नगरी में फिल्माया गया है।

  • भारतीय छात्रों की तकनीक चुराने पर एप्पल पर 1478 करोड़ का जुर्माना

    दो भारतीयों की तकनीक चुराने के आरोप में प्रसिद्ध एप्पल कंपनी पर एक अमरीकी न्यायालय ने 1 23.40 करोड़ डॉलर (करीब 1,478 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया है। कंपनी को यह रकम यूनिवर्सिटी ऑफ विसकॉन्सिन मेडिसन को देनी होगी। न्यायालय ने माइक्रोप्रोसेसर तकनीक का पेटेंट चुराने के आरोप कंपनी पर यह जुर्माना लगाया है।

  • सामना संपादकीय में आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा किए भंडाफोड़ को समर्थन

    सामना संपादकीय में आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा किए भंडाफोड़ को समर्थन

    महाराष्ट्र की स्वाति ने स्कूल जाने के लिए बस पास के लिए २६० रुपए नहीं होने पर अपनी जान दे दी। लेकिन राज्य सरकार की तिजोरी से ‘बँकॉक’ को जाने वाले नृत्य कला दल को आठ लाख रुपए किसी भी तरह की चर्चा हुए बिना मिल गए। राज्य की अस्वस्थ्य मानसिकता का ये विदारक चित्र हैं। सामना ने सोमवार को संपादकीय में महाराष्ट्र सरकार की खिंचाई करते हुए अपरोक्ष तौर पर आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने 2 दिन के पहले कए गए भंडाफोड़ का समर्थन किया।

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