Monthly Archives: February, 2017
दुधवा लाइव डॉट कॉम की वृक्ष दान परम्परा का आगाज़
गोला-खीरी, गौरी बैंक्विट हॉल में सैकड़ों लोगों की उपस्थित में पीहर वृक्ष दान परम्परा का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, कार्यक्रम में अजमेरी चिश्ती द्वारा कव्वाली का कार्यक्रम हुआ, जिसमें प्रकृति और ईश्वर से सम्बंधित सूफियाना कलाम प्रस्तुत किए गए
पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल ने दिखाई यात्रियों की सुविधा को एक नई ‘दिशा’
रेलवे स्टेशनों पर सुविधाओं की उपलब्धता एवं उसकी सही लोकेशन की जानकारी यात्रियों को डिजिटल माध्यम का उपयोग कर ‘दिशा’ नामक मोबाइल ऐप के ज़रिये प्रेषित करने की महत्त्वपूर्ण परियोजना मुंबई मंडल द्वारा पूर्ण कर ली गई है। इस ऐप का विस्तृत अर्थ ‘डिज़िटलइंटरफेस ऑप स्टेशंस फॉर हेल्प एंड एमिनिटिशन’ है
स्वामी दयानन्द सरस्वतीः धर्मक्रांति और राष्ट्रक्रांति के महानायक
महापुरुषों की कीर्ति किसी एक युग तक सीमित नहीं रहती। उनका लोकहितकारी चिन्तन त्रैकालिक, सार्वभैमिक एवं सार्वदेशिक होता है और युग-युगों तक समाज का पथदर्शन करता है। स्वामी दयानंद सरस्वती हमारे ऐसे ही एक प्रकाश स्तंभ है। जिस युग में उन्होंने जन्म लिया उस समय देशी-विदेशी प्रभाव से भारतीय संस्कृति संक्रमण के दौर से गुजर रही थी औ
श्री मोहन भागवत की म.प्र. यात्रा के निहितार्थ
समाज में व्याप्त भेदभाव, छूआछूत, को मिटाने के लिए संत रविदास ने अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके आदर्शों और कर्मों से सामाजिक एकता की मिसाल हमें देखने को मिलती है लेकिन वर्तमान दौर में इस सामाजिक विषमता को मिटाने के सरकारी प्रयास असफल ही कहे जा सकते हैं। कहीं-कहीं आशा की किरण समाज क्षेत्र में कार्यरत सेवा भारती जैसे संस्थानों के प्रकल्पों में दृष्टिगोचर होती है।
आगरा जेल के कैदियों की सुर गाथा
जेल ने ठानी तिनका तिनका उम्मीद
तिनका तिनका आगरा- आगरा केंद्रीय कारागार का थीम सांग तैयार
यू ट्यूब पर जल्द ही होगा रिलीज
उदीषा-2017 के दूसरे दिन संस्कृतियों के संगम ने जमाया रंग
अनुज हनुमत - 0
इलाहाबाद / संगम नगरी इलाहाबाद स्थित अमरनाथ झा छात्रावास में चल रहे त्रिदिवसीय सांस्कृतिक कुम्भ 'उदीषा-2017' के दूसरे दिन कल सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शानदार आगाज हुआ । दूसरे दिन अमरनाथ झा छात्रावास के पुराअंतःवासी व अतिथि श्री अनिल कश्यप (सेवानिवृत्त आईएस) ,
मानवीय विष को निष्क्रिय करना ही कला का मकसद और साध्य है !
नाटक “अनहद नाद – Unheard Sounds of Universe” नाटक होते हुए भी “जीवन” है और जीवन में घटित “नाटक” को हर पल उखाड़ फैंकता है .. कलाकार की कला , कलात्मकता और कला सत्व है ..उनका सृजन नाद है .. व्यक्तिगत सृजन दायरे को तोड़कर उसे यूनिवर्सल , ब्रह्मांडीय सृजन से जोड़ता है और कलाकार को देश , काल ,भाषा , धर्म से उन्मुक्त कर एक सृजनकार , एक क्रिएटर के रूप में घडता है.
समय का प्रत्युत्तर देने वाला बजट
अवधेश कुमार - 0
वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा प्रस्तुत बजट में किसी को आश्चर्य में डालने वाला कोई तत्व नहीं है। एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण में जो विचार एवं सुझाव पेश किए गए थे बजट मुख्यतः उसी को साकार करने वाला दस्तावेज है।
उदीषा ने जमाया सांस्कृतिक रंग
अनुज हनुमत - 0
इलाहाबाद / इलाहाबाद के सबसे पुराने एवं प्रतिष्ठित अमरनाथ झा छात्रावास के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव 'उदीषा-2017' की शुरुआत सायंकाल सामाजिक मेल-मिलाप से हुई ।
इस दौरान छात्रावास के समस्त अंतःवासी व कई पुरा अंतःवासी भी मौजूद थे। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छात्रावास के पूर्व अंतःवासी तथा इन्डियन ऑयल कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के निदेशक अरुण कुमार शर्मा तथा इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति के
सशक्त वित्तीय अनुशासन का सन्देश
बजट हर वर्ष आता है। अनेक विचारधाराओं वाले वित्तमंत्रियों ने विगत में कई बजट प्रस्तुत किए। पर हर बजट लोगों की मुसीबतें बढ़ाकर ही जाता है। लेकिन इस बार बजट ने नयी परम्परा के साथ राहत की सांसें दी है।