Monthly Archives: June, 2017
पाठा के होनहारों का सम्मान
मानिकपुर/चित्रकूट / कल यूपी बोर्ड द्वारा जारी किये परिणामों ने यह साबित कर दिया कि दशकों तक दस्यु प्रभाव और सूखे का दंश झेलने वाले पाठा क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नही है । कल घोषित हुए रिजल्ट में समूचे पाठा क्षेत्र में मानिकपुर आदर्श इंटर कालेज की छात्रा निशा देवी पिता श्री शालिकराम ने इंटरमीडियट में 80.6% अंक प्राप्त करके टॉप किया ।
भीड़तंत्र की हिंसा से जख्मी होता समाज
उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद भीड़ ने ही दो हमलावरों में से एक को पीट-पीटकर मार डाला। दिल्ली में खुलेआम दो लड़कों को पेशाब करने से रोकने पर गतदिनों एक ई-रिक्शा चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
भारतीय भाषाओं पर गंभीर संकट – राहुल देव
मुंबई। देश के राष्ट्रपति के हाथों इस साल का अतिप्रतिष्ठित गणेशशंकर विद्यार्थी पुरस्कार पाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और ‘भारतीय भाषाओँ ऐक्टिविस्ट’ राहुल देव का कहना है कि केवल हिंदी ही नहीं समस्त भारतीय भाषाओं का भविष्य गंभीर ख़तरे में हैं। अगर सरकार और जनता का रुझान इसी तरह अंग्रेज़ी की ओर रहा तो 2050 से भारतीय भाषाएं विलुप्त होने लगेंगी और भाषा के साथ भारतीय संस्कृति भी इतिहास का हिस्सा बन जाएगी।
सडक़ों पर बिकता ‘ज़हर’:शासन-प्रशासन मौन?
निर्मल रानी - 0
आजकल हमारे देश के प्रमुख टीवी चैनल मोदी,योगी,तीन तलाक,गाय,गंगा,मंदिर-मस्जिद,अज़ान,जैसे विषयों पर चर्चा करने में इतना व्यस्त हैं कि उन्हें शायद आम नागरिकों को प्र्रतिदिन जानबूझ कर खिलाए जाने वाले ज़हर की या तो कोई जानकारी नहीं है या फिर वे इसे उन मुद्दों से अधिक अहमियत नहीं देते जो उनकी नज़रों में तो ज्वलंत मुद्दे हैं परंतु ऐसे मुद्दों से आम नागरिकों का कोई विशेष लेना-देना नहीं है।
आचार्य नित्यानंद सूरी का संयम अर्द्धशताब्दी महोत्सव 2 जुलाई से
नई दिल्ली। शांतिदूत एवं जैन समाज के शीर्ष गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् नित्यानंद सूरीश्वरजी के संयम अर्द्धशताब्दी महोत्सव का भव्य वार्षिक आयोजन 2 जुलाई 2017 को नई दिल्ली में प्रारंभ होगा। एक वर्ष तक चलने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ तालकटोरा स्टेडियम में प्रातः 10ः00 बजे होगा जिसमें अनेक केन्द्रीय मंत्री, विशिष्ट राजनेता, संतपुरुष, साहित्यकार, पत्रकार आदि भाग लेंगे।
कम्युनिस्टों का एजेंडा, सेना को बदनाम करो
भारतीय सेना सदैव से कम्युनिस्टों के निशाने पर रही है। सेना का अपमान करना और उसकी छवि खराब करना, इनका एक प्रमुख एजेंडा है। यह पहली बार नहीं है, जब एक कम्युनिस्ट लेखक ने भारतीय सेना के विरुद्ध लेख लिखा हो।
शिक्षा से जुड़े सवालों पर न कोई सोच न कोई हलचल
दुनिया के परिदृश्य में भारत में जिस रफ्तार से प्रगति हो रही है, चाहे वह आर्थिक हो, सांस्कृतिक हो, वैज्ञानिक हो, कृषि की हो,...
मारवाड़ी कारोबारीः दूरदृष्टि, आत्मविश्वास और आस्था का संगम
पिछले दिनों जब कुछ वेबसाइटों ने दावा किया सुजीत सराफ का उपन्यास हरिलाल ऐंड संस दुनिया का पहला मारवाड़ी उपन्यास है तो मैंने झट उसे ऑर्डर कर दिया। सराफ की पिछली किताब द कन्फेशंस ऑफ सुल्ताना डाकू भी बेहतरीन थी।
गंगोत्री के हरे पहरेदारों की पुकार सुनो
एक ओर 'नमामि गंगे' के तहत् 30 हजार हेक्टेयर भूमि पर वनों के रोपण का लक्ष्य है तो दूसरी ओर गंगोत्री से हर्षिल के बीच हजारों हरे देवदार के पेडों की हजामत किए जाने का प्रस्ताव है।
जीवन का दुःख और ध्यान का सुख
भौतिक चकाचैंध एवं आपाधापी के इस युग में मानसिक संतुलन हर व्यक्ति जरूरत है। मानसिक असंतुलन जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है। इससे व्यक्तिगत जीवन तो नरक बनता ही है, सम्पूर्ण मानवता भी अभिशप्त होती है। वर्तमान की स्थिति को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि कुछेक व्यक्तियों का थोड़ा-सा मानसिक असंतुलन बहुत बड़े अनिष्ट का निमित्त बन सकता है।