Monthly Archives: September, 2017
राष्ट्रपति श्री कोविंद ने विद्यासागरजी महाराज से मुलाकात की
भारत भूमि के प्रखर तपस्वी, चिंतक, कठोर साधक, लेखक, राष्ट्रसंत, दिगम्बर जैनाचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज की दीक्षा के ५० वर्ष जून २०१८ में पूरे होने हैं । इसे 'संयम स्वर्ण महोत्सव' के रूप में देशभर में मनाया जा रहा है।
साहित्य की विश्व स्तरीय सूची में डॉ.चंद्रकुमार जैन का शोध आलेख
राजनांदगांव। साहित्य विभूतियों की संस्कारधानी को एक और गौरव का अधिकारी बनाते हुए दिग्विजय कालेज के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ.चंद्रकुमार जैन ने हिंदी साहित्य की उत्कृष्ट रचनाओं में अपने शोध आलेख को शुमार कर दिखाया है।
दिग्विजय महाविद्यालय के हिंदी विभाग का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के तत्वावधान में छह अक्टूबर को राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का विषय है - कार्यालयीन हिंदी, स्वरूप एवं विशेषताएँ।
पीयूष गोयल ने तय की रेल्वे की प्राथमिकताएँ
रेल मंत्रालय का पदभार संभालते ही नये रेल मंत्री रेलवे को पटरी पर लाने के लिए सक्रिय हो गये हैं। नये रेल मंत्री के पास 2019 के चुनावों में अपनी क्षमता दिखाने के लिए कुछ ही महीनों का वक्त है। लिहाजा उनका एक मात्र फोकस स्पीड है।
म.प्र. में भाजपा कांग्रेस का अजीब ‘गठबंधन’
मध्यप्रदेश में हिमाद्री सिंह और नरेंद्र सिंह मारावी की शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल दोनों के दोनों अलग-अलग पार्टी के युवा नेता हैं। ऐसे में आने वाले वक्त में कांग्रेस का युवा चेहरा जब बीजेपी नेता की बहू बनने वाली है तो चर्चा होना आम ही है।
एक सरकारी संस्थान, जो गरीबों की आखरी उम्मीद है
ऋतु वर्मा डीडी न्यूज़ में ऐंकर और रिपोर्टर हैं। हाल ही में वे एक कवरेज के सिलसिले म्याँमार गई थीं। वहाँ उन्हें किसी वजह से इन्फ़ेक्शन हो गया। वे अपना एसाइन्मेंट पूरा करके लौटीं, लेकिन बीमारी लगातार बढ़ती गई।
हिंदी के खिलाफ ऐसी साजिश रची गई थी हिन्दुस्तानी के नाम पर
यह बात सन 1930-40 के दशक की है उस दौर में अचानक कुछ ऐसा हुआ कि पूरे देश मे हिंदी भाषा के कुछ विरोधी सक्रिय हो गए। इस बिरोध के पीछे एक वर्ग विशेष को संतुष्ट करने का प्रयास था। विरोधियों ने हिंदी भाषा को गर्त में ले जाने के प्रयास शुरू कर दिए।
अजमत जगमग ज़ी टीवी की मार्केटिंग प्रमुख बनीं
‘जी टीवी’ में उपाध्यक्ष मार्केटिंग के पद पर कार्यरत अजमत जगमग को अब ज़ी टीवी में मार्केटिंग हेड की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। अजमत जगमग विगत 12 वर्षों से जी टीवी के साथ जुड़ी हुई हैं।
साहब भारत इसी तरह तो चलता है
वैसे तो भारत में राहुल गाँधी जी के विचारों से बहुत कम लोग इत्तेफाक रखते हैं (यह बात 2014 के चुनावी नतीजों ने जाहिर कर दी थी) लेकिन अमेरिका में बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में जब उन्होंने वंशवाद पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में "भारत इसी तरह चलता है
धारा 35 एः हकीकत जो हर बार छुपाई जाती रही है ः2
1947 में जब भारत का विधान लिखा गया उस समय भारत के नेता पहली बार एक विधान लिख रहे थे इस लिए उस समय किसी बात की ओर उनका सूक्ष्मता से ध्यान न गया हो ऐसा हो सकता है इस लिए कुछ कमियाँ उस समय की सोच और फैसलों में रह सकती है .