Thursday, April 25, 2024
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Monthly Archives: December, 2017

छत्तीसगढ़ के में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता

रायपुर। बेमेतरा जिले के तहसील मुख्यालय नवागढ़ में गुरू घासीदास लोककला महोत्सव 2017 के अंतर्गत तीन दिवसीय राज्य स्तरीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता का शुभारंभ आज गुरू गद्दी गिरौदपुरी के जगत्गुरू श्री विजय कुमार के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के सहकारिता, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक श्री दयालदास बघेल ने की। छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन व संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 27 से 29 दिसम्बर 2017 तक आयोजित इस तीन दिवसीय पंथी नृत्य प्रतियोगिता में राज्य के विभिन्न जिलों से अब तक 150 पंथी नृत्य दलों ने अपना पंजीयन कराया है। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए संस्कृति, पर्यटन एवं सहकारिता मंत्री श्री दयालदास बघेल ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि प्रदेश में 18 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक अलग-अलग क्षेत्रों में परम पूज्य बाबा गुरू घासीदास जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान बाबा के संदेश को पंथी नृत्य के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा

दिव्यांगों की पुनर्वास योजनाओं के सर्वश्रेष्ठ क्रियान्वयन पर छत्तीसगढ़ को मिला आदर्श राज्य का पुरस्कार

रायपुर। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस समारोह में छत्तीसगढ़ सरकार को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति के हाथोें छत्तीसगढ़ की समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए समाज कल्याण मंत्री और उनके विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ को यह पुरस्कार दिव्यांगजनों के पुनर्वास से संबंधित योजनाओं के सर्वश्रेष्ठ क्रियान्वयन के लिए दिया गया।

अन्यथा सारी प्रगति को भ्रष्टाचार खा जाएगा

देश में भ्रष्टाचार पर जब भी चर्चा होती है तो राजनीति को निशाना बनाया जाता है। आजादी के सत्तर साल बीत जाने के बाद भी हम यह तय नहीं कर पाये कि भ्रष्टाचार को शक्तिशाली बनाने में राजनेताओं का बड़ा हाथ है या प्रशासनिक अधिकारियों का? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भ्रष्टाचार को समाप्त करने की योजनाओं को लेकर सक्रिय है, लेकिन वे इसके लिये अब तक राजनेताओं को ही निशाना बनाते रहे हैं, यह पहली बार हो रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। रिश्वत और सुविधा शुल्क लेने वाले अफसरों का पर्दाफाश करने के लिए केंद्र सरकार ने एक और सख्त कदम उठाया है। मेरी दृष्टि में यह एक सही दिशा में सही शुरुआत है।

‘आदिवासी सभ्यता एवं संस्कृति’ पुस्तक का लोकार्पण

नई दिल्ली। केन्द्रीय जनजाति राज्यमंत्री श्री जसवंत सिंह भाभोर ने कहा कि भारत के विकास में आदिवासी समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान है। आदिवासी समाज को साथ में रखकर ही विकास को परिपूर्ण आकार दिया जा सकता है। जहां कहीं भी आदिवासी समुदाय की उपेक्षा एवं उत्पीड़न होता है तो वह राष्ट्र के लिए पीड़ादायक है। वर्तमान सरकार आदिवासी समाज को उपेक्षित नहीं होने देगी।

गूगल ने याद किया कन्नड़ कवि कुप्पाली वैंकटा को

गूगल ने एक बार अपने डूडल पर ऐसी हस्ती को जगही दी है, जिसने अपनी फील्ड में अपने हुनर का लोहा मनवाया. आज गूगल ने अपना डूडल कन्नड़ भाषा के कवि कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा को समर्पित किया है. आज उनका 113वीं जयंती है. गूगल ने Kuppali Venkatappa Puttappa’s 113th Birthday शीर्षक से अपना डूडल बनाया है. वे कुवेंपू के नाम से लिखते थे. उनका जन्म 29 दिसंबर, 1904 में मैसूर के कोप्पा तालुक में हुआ था. उन्होंने कन्नड़ भाषा में कविता, कहानियां, उपन्यास और आलोचना का सृजन किया. वे पहले कन्नड लेखक थे जिन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. यही नहीं, एक्टर-डायरेक्टर गिरीश कर्नाड उन पर फिल्म भी बना चुके हैं.

अमीर आयुर्वेद व गरीब ऐलोपैथ में अंतर!!

(विषय को समझाने के लिए लेख थोड़ा लम्बा हो गया है, लेकिन जनहित में यह निश्चित रूप से कारगर है, अवश्य पढ़ें व अधिक से अधिक लोगों में प्रसारित करें!) यह शीर्षक पढ़कर कई लोग सोच रहें होंगे यह क्या बात लिख दी गई है!! लेकिन वर्तमान समय की यही सबसे बड़ी सच्चाई है कि औषध चिकित्सा के मामले में ऐलोपैथ बिल्कुल असहाय, निरीह व गरीब सा नज़र आ रहा है, वहीँ आयुर्वेद अपने प्राकृतिक सिद्धांतो के कारण प्रभावकारी, समृद्ध व अमीर सा नज़र आता है।

ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ” दिनकर “

ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं है अपना ये त्यौहार नहीं है अपनी ये तो रीत नहीं है अपना ये व्यवहार नहीं धरा ठिठुरती है सर्दी से

फिल्मी हस्तियों द्वारा अटलजी की कविताओं के गायन से मनेगा अटलजी का जन्मदिन

मुंबई। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर प्रति वर्ष होनेवाला अटल गीत गंगा का कार्यक्रम अब की बार 30 दिसम्बर को मुंबई में आयोजित किया गया है। पिछले 8 वर्षों से दीप कमल फाउंडेशन द्वारा आयोजित किये जानेवाले अटल गीत गंगा के इस आयोजन मेें फ़िल्मी हस्तियां अटल जी की कविताओं का पाठ करती हैं।

राजेश खन्ना को राजीव गांधी सियासत में लाए

हिंदी सिनेमा के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन अपने सशक्त अभिनय के ज़रिये उन्होंने कामयाबी की जो बुलंदियां हासिल कीं, वह हर किसी को नसीब नहीं हो पाती हैं। 29 दिसंबर, 1942 को पंजाब के अमृतसर में जन्मे राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था। उन्हें बचपन से ही अभिनय का शौक़ था। फिल्मों में उनके आने का क़िस्सा बेहद रोचक है। युनाइटेड प्रोड्यूसर्स और फ़िल्मफ़ेयर के बैनर तले 1965 में नये अभिनेता की खोज के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें दस हज़ार लड़कों में से आठ लड़के फ़ाइनल मुक़ाबले तक पहुंचे, जिनमें एक

अध्यात्म, संस्कृति और सामाजिक चेतना का अलख जगा रही है एकात्म यात्रा

अगर हमारी संस्कृति, परंपराएँ और अतीत का गौरव जीवित है तो हम अपनी जड़ों से भी जुड़े रह सकते हैं। मध्य प्रदेश शासन द्वारा मध्य प्रदेश में चार स्थानों से आदि गुरू शंकराचार्य को समर्पित एकात्म यात्रा से यही संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है। एकात्म यात्रा 35 दिनों तक चलेगी जिसमे प्रमुख रूप से गाँव और शहर सम्मिलित होंगे. इन 35 दिनों के दौरान 140 जन संवाद कार्यक्रमों का भी आयोजन
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