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  • रहमतों की बारिश…

    रहमतों की बारिश…

    ईद मिलाद-उन-नबी (2 दिसम्बर) पर विशेष हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को समर्पित कलाम… रहमतों की बारिश… मेरे मौला ! रहमतों की बारिश कर हमारे आक़ा हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर जब तक कायनात रौशन रहे सूरज उगता रहे दिन चढ़ता रहे शाम ढलती रहे और रात आती-जाती रहे मेरे मौला ! सलाम नाज़िल […]

  • पानी और कूटनीति

    पानी और कूटनीति

    ब्रह्मपुत्र की मुख्यधारा और अरुणाचल प्रदेश की लाइफलाइन समझी जाने वाली सियांग नदी का पानी काला हो जाने से समूचे नॉर्थ-ईस्ट में चिंता बढ़ गई है। पिछले दो महीनों से इस नदी के पानी में मिट्टी, रेत और थोड़ी सीमेंट भी देखने को मिल रही है।

  • अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में भारत की कूटनीतिक विजय

    अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में भारत की कूटनीतिक विजय

    भारत के न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी का इंटरनैशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस यानी अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर दोबारा चुना जाना कोई सामान्य घटना नहीं है। भारत के लोगों की नजर इस चुनाव पर इसलिए भाी टिकी थी कि उन्हें लगता था कि अगर हमारे देश का कोई न्यायाधीश होगा तो कुलभूषण जाधव के मामले में सहायता मिल सकती है। इस नाते हर भारतीय दलबीर भंडारी को उनकी जगह पर दोबारा देखना चाहता था। जिस तरह से ब्रिटेन अपने उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के पक्ष मेें हर संभव कूटनीतिक दांव चल रहा था और सुरक्षा परिषद के शेष चार स्थायी सदस्य उसके साथ थे उसमें यह असंभव लग रहा था।

  • हिंदी में ई मेल आईडी बनाने की सुविधा उपलब्ध हुई

    अब देश में हिंदी भाषी और इस भाषा के प्रेमी हिंदी में भी अपना ईमेल आईडी बना सकेंगे। इंफोसिस के पूर्व चेयरमैन मोहनदास पई ने इस बात की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की है।

  • इंसानियत अभी ज़िंदा है

    सच है कि अधिक से अधिक धन, अधिक से अधिक भौतिक सुविधा, अधिक से अधिक यश व प्रचार हासिल करना आज अधिकांश लोगों की हसरत का हिस्सा बनता जा रहा है। यहीं यह भी सच है कि ऐसी हसरतों की पूर्ति के लिए हमने जो रफ्तार और जीवन शैली अख्तियार कर ली है, उसका दबाव न सिर्फ ज़िंदगी को ज़िंदादिली और आनंद से महरूम कर रहा है

  • जहाँगीर आर्ट गैलरी में 4 से 10 दिसम्बर, 2017 तक एक भूतपूर्व रेल इंजीनियर श्री जगदीश परिहार की कलात्मक प्रदर्शनी

    जहाँगीर आर्ट गैलरी में 4 से 10 दिसम्बर, 2017 तक एक भूतपूर्व रेल इंजीनियर श्री जगदीश परिहार की कलात्मक प्रदर्शनी

    भारतीय रेल इंजीनियरी सेवा 1977 बैच के एक भूतपूर्व एवं मूर्धन्य चित्रकार सिविल इंजीनियर श्री जगदीश परिहार जहाँगीर आर्ट गैलरी में ‘डिफरेंट स्ट्रोक्स’ शीर्षक से तीसरी एकल प्रदर्शनी लेकर आये हैं। कुल मिलाकर श्री परिहार अपनी कला का प्रदर्शन अब तक 8 प्रदर्शनियों में कर चुके हैं।

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