Friday, March 29, 2024
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Monthly Archives: March, 2018

ममता के लिए खतरे की घंटी है त्रिपुरा के चुनाव

देश में वाममोर्चा के अंतिम गढ़ रहे त्रिपुरा के चुनावी नतीजे पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के लिए खतरे की घंटी हैं। त्रिपुरा में महज पांच साल के भीतर शून्य से शिखर तक पहुंचने वाली भाजपा ने जिस तरह वाममोर्चा के इस लाल किले को ढहा दिया है उसका असर वर्ष 2021 के विधानसभा चुनावों पर पड़ना तय है। वहां वर्ष 2013 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी। लेकिन बीते पांच वर्षों के दौरान जिस तरह ‘चलो पाल्टाई’ यानी आओ बदलें के नारे के साथ व इस दौरान जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत कर पार्टी सत्ता में पहुंची है, वह अपने आप में आश्चर्यजनक है।

त्रिपुरा में भाजपा की जीत से राजनीतिक पंडित हैरान

बीजेपी ने शनिवार को त्रिपुरा में लेफ्ट के किले को तबाह कर दिया। मतगणना के बाद जब नतीजे आए तो भगवा पार्टी ने एक झटके में 25 साल पुराने वाम शासन को उखाड़ फेंका था। ये हालात तब है, जब पिछले चुनाव में बीजेपी का खाता तक नहीं खुल सका था। यह जीत बीजेपी के लिए कितना मायने

शोपिया मामले में मेजर आदित्य का नाम एफआईआर में नहीं

शोपियां मामले में यू-टर्न लेते हुए कश्मीर सरकार ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि शोपियां फायरिंग मामले में सेना के जवानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में मेजर आदित्य कुमार का नाम नहीं है। कोर्ट मेजर आदित्य के पिता लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटायर्ड) करमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। जिसमें उन्होंने अपने बेटे के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी।

पाकिस्तान की सीनेट में कैसे पहुँचr एक हिंदू महिला

मुसलिम बहुल देश पाकिस्तान के सिंध प्रांत की कृष्णा कुमारी कोल्ही देश में निर्वाचित पहली हिंदू दलित महिला सीनेटर बन गईं हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने रविवार यह जानकारी दी। थार की रहने वाली कृष्णा (39) बिलावल भुट्टो जरदारी के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की कार्यकर्ता हैं। इसके अनुसार वह सिंध से अल्पसंख्यक सीट पर बतौर सीनेटर चुनी गईं। पीपीपी ने उन्हें सीनेट का टिकट दिया था। उनका निर्वाचन पाकिस्तान में महिला एवं अल्पसंख्यकों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे पहले पीपीपी ने रत्ना भगवानदास चावला को सीनेटर के तौर पर चुना था। कृष्णा सिंध प्रांत के थार स्थित सुदूरवर्ती नगरपारकर जिले की रहने वाली हैं।

जम्मू के अखबारों में विज्ञापन, रोहिंग्या मुसलमानों को ‘टाइम बम’ बताकर निकालने की अपील

विज्ञापन के जरिए लोगों से अपील करने की कवायद 10 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद से शुरू हुई है। यहां तीन आतंकियों ने सुजवां मिलिट्री स्टेशन के अंदर एक परिवार के ऊपर हमला कर दिया था। इस

गुजरात में आदिवासी आन्दोलन क्यों?

असंवैधाानिक एवं गलत आधार पर गैर-आदिवासी को आदिवासी सूची में शामिल किये जाने एवं उन्हें लाभ पहुंचाने की गुजरात की वर्तमान एवं पूर्व सरकारों की नीतियों का विरोध इनदिनों गुजरात में आन्दोलन का रूप ले रहा है। समग्र देश के आदिवासी समुदाय का नेतृत्व करने वाले गुजरात के आदिवासी समुदाय के प्रेरणापुरुष गणि राजेन्द्र विजयजी इस ज्वलंत एवं आदिवासी अस्तित्व एवं अस्मिता के मुद्दे पर सत्याग्रह कर रहे हैं। अनेक कांग्रेसी एवं भाजपा के आदिवासी नेता भी उनके साथ खड़े हैं। गुजरात के आदिवासी जनजाति से जुड़े राठवा समुदाय में उनको आदिवासी न मानने को लेकर गहरा आक्रोश है। इन विकराल होती संघर्ष की स्थितियों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो यह न केवल गुजरात सरकार बल्कि केन्द्र सरकार के लिये एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

त्रिपुरा में माणिक सरकार को चित करने वाला मराठा

वैसे तो किसी भी चुनाव में जीत का श्रेय किसी अकेले शख्स को नहीं दिया जा सकता. इसके पीछे पार्टी संगठन की रणनीति, चुनाव प्रचार, कार्यकर्ताओं की ताक़त और प्रतिबद्धता होती है.

भ्रष्टाचार को कैंसर जोड़कर कैंसर मरीजों का अपमान बंद करोः डॉ. वी शांता

कैंसर इंस्टीट्यूट की चेयरपर्सन डॉ. वी. शांता ने पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता को एक चिट्ठी लिख भ्रष्टाचार को कैंसर से जोड़ने पर अपनी नाराजगी जतायी है। बता दें कि 12,717 करोड़ रुपए के घोटाले के खुलासे पर पीएनबी बैंक के सीईओ सुनील मेहता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि यह (भ्रष्टाचार) एक कैंसर है, जो साल 2011 से चल रहा था, अब हम इसे खोजेंगे और इसका इलाज करेंगे। सुनील मेहता के भ्रष्टाचार से कैंसर को जोड़ने पर ही रमन मैग्सेसे अवॉर्ड विजेता डॉक्टर वी. शांता ने कड़ा एतराज जताया है। मशहूर अर्थशास्त्री अजीत रानाडे ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर इस बात की जानकारी दी है और बाकायदा उस चिट्टी की एक तस्वीर भी साझा की है।

संघ में बढ़ेगा दत्‍तात्रेय होसबोले का कद, वर्तमान सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी की जगह लेंगे

दत्तात्रेय राजनीतिक रुप से काफी व्यवहारिक माने जाते हैं। उल्लेखनीय है कि आरएसएस में डॉ. कृष्ण गोपाल और वी.बागईया दत्तात्रेय से वरिष्ठ हैं, लेकिन युवाओं को आरएसएस से जोड़ने के उद्देश्य से दत्तात्रेय को अगला सरकार्यवाह बनाया जा सकता है।

ज़ी टीवी के पत्रकार ने बनाई होली पर प्रेरक लघु फिल्म

होली के मौके पर एक लघु फिल्म यूट्यूब पर खासी चर्चित हो रही है। इस वीडियो में होली के साथ साथ बंधन तोड़ देने का एक अनोखा कोण भी है। सबसे अनोखी बात तो ये है कि इसे नोएडा में ही ज़ी ग्रुप में काम करने वाले एक पत्रकार ने निर्देशित किया है।
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