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दूरदर्शन की महिला कर्मचारियों ने बताई अपने शोषण की दास्तान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आरोपों के बारे में दूरदर्शन के सूत्रों का कहना है कि यौन उत्पीड़न की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की गई थी। इस मामले पर और अधिक जानकारी इकट्ठा की जाएगी।
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पॉकेट बुक्स के सुपर स्टार लेखक की आत्मकथा छपेगी अब मुख्यधारा के सर्वश्रेष्ठ प्रकाशन से
राजकमल प्रकाशन समूह के संपादकीय निदेशक सत्यानन्द निरुपम ने किताब की उपलब्धता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि –“हम नहीं चंगे बुरा नहीं कोय”2019 अप्रैल के दूसरे हफ्ते बाज़ार
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छत्तीसगढ़ का ये अनपढ़ मंत्री सबसे ज्यादा शिक्षित है, और जननेता है
अपना जीवन संघर्ष गायों को चराने से प्रारंभ करने वाले कवासी ठेठ आदिवासी परिवार से हैं . गाय चराने में ज्यादा कमाई नहीं होने के कारण उन्होंने गांव-गांव जाकर जानवरों की खरीदी बिक्री
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संजय सेठी जेएनपीटी के अध्यक्ष बने
सरकार ने एक अन्य आदेश के अंतर्गत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बलजीत सिंह को तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) का नया सुरक्षा प्रमुख नियुक्त किया है.
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ज़ी मीडिया द्वारा पत्रकारों की भर्ती के लिए देश भर में प्रतिऎभा खोज अभियान
चयन प्रक्रिया का पहला चरण यानी ज़ी एप्टीट्यूड टेस्ट 27 जनवरी 2019 (रविवार) को सुबह 10 से 12 बजे के बीच तय किया गया है.
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नसीरुद्दीन शाह, देश को बदनाम न करिए
फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान पर मचा बावेला स्वाभाविक है। यह सोशल मीडिया के ज्वार का दौर है।
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राफेल पर न्यायालय के फैसले का सम्मान हो
राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले पर राजनीति पार्टियां और बौद्धिक तबका जिस तरह क्रूर अट्टहास कर रहा है उससे
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कृष्ण काव्यार्चनमः एक कवि सम्मेलन ऐसा भी
श्री भागवत परिवार के समन्वयक श्री वीरेन्द्र याज्ञिक ने स्व. हरिवंश राय बच्चन की अमर कविता मधुशाला के पदों में अपनी बात जोड़ते हुए मधुशाला शब्द को गौशाला में बदलकर इस आयोजन की शानदार शुरुआत की।
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श्रीप्रभु का आदेशः हवाई अड्डों पर भारतीय भाषाओं में हो उद्घोषणा
प्रभु ने एएआइ को निर्देश दिया था कि देश के सभी हवाई अड्डों पर किसी भी तरह की सूचना और जानकारी सबसे पहले स्थानीय भाषा में दी जाए। बाद में अन्य भाषाओं में। यह निर्देश ऐसे शांत हवाई अड्डों पर लागू नहीं होगा जहां किसी प्रकार की उद्घोषणा नहीं की जाती।
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अंतरिक्ष में रहकर वो चलना-फिरना ही भूल गया
यह बात थोड़ी चौंकाती है क्या कोई सचमुच चलना फिरना भूल सकता है, लेकिन यह सच है। दरअसल, 20 दिसंबर को नासा की एक टीम धरती पर वापस आई है