Monthly Archives: December, 2018
उद्धव ठाकरे की अयोध्या राजनीति
अवधेश कुमार - 0
उच्चतम न्यायालय में अपने वकील खड़ाकर त्वरित और प्रतिदिन सुनवाई की अपील करनी चाहिए थी।
अभिव्यक्ति के तीन दिवसीय महाकुम्भ की शुरुवात
द्विजेन्द्र पटेल ने कहा ‘ टीवी डिबेट में जवाबदेही सिर्फ पार्टी प्रवक्ताओं की ही नही टीवी एंकर की भी होती है ,एंकर की हमेशा ही डिबेट में माहौल मनाने में अहम भूमिका होती है .
राममंदिर आरएसएस की नही भारत की आवश्यकता है: संघ प्रचारक जे नंदकुमार
समय में लिख रहे होते हैं उसी समय और परिवेश की भाषा लेखनी में दिखती है .भगवंत अनमोल ‘ मेने जब लिखना शुरु किया था तब मैं नही जानता था कि कौन सी नई हिंदी है कौन सी पुरानी .मै तो केवल हिंदी को जानता हूँ बस वही लिखता हूँ.
वेब पर बढ़ता हिंदी का वर्चस्व ,साहित्य के रिश्ते , ए मोहब्बत –एक शाम बेगम अख्तर के नाम’ , कविता के रंग .
में मौजूद हर श्रोता का दिल जीत लिया वहीं बेगम अख्तर की जिंदगी के विभिन्न पहलुओं से श्रोताओं को रूबरू भी करवाया। हर गीत सुनने वालों के दिल में
लखनऊ में पाचवें जागरण संवादी का समापन
अली फज़ल ने आगे आने फिल्मों के बारे में बताते हुए कहा ‘ तिग्मांशु धुलिया की मिलन टॉकीज , संजय दत्त
बृजलाल द्विवेदी स्मृति पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किए जाएंगे
अरुण तिवारी - 0
श्री अरूण तिवारी साहित्यिक पत्रकारिता के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर होने के साथ-साथ संस्कृतिकर्मी,कवि एवं लेखक भी हैं।
बच्चों को सोशल मीडिया पर धमकी देन े वालों पर 24 घंटे में कार्रवाई
सूत्रों ने कहा कि बच्चे या उनके संबंधी चाइल्ड हेल्पलाइन पर शिकायतें करते हैं। बाल संरक्षण आयोग या पुलिस के जरिये भी शिकायतें पहुंचती है।
हमें अपनी जड़ों को सींचना होगा
शुभ के स्वप्न को अगर आकार देना है तो भगवान महावीर के इस संदेश को जीवन से जोड़ना होगा-‘खणं जाणाहि पंडिए’-हम क्षणजीवी बनें
दुबई में रहने वाली भारतीय किशोरी ने आदिवासी लड़कियों को सैनिटरी पैड बाँटे
महाराष्ट्र से 250 लड़कियों को गोद लिया है और उन्हें सैनिटरी नैपकिन बांटे हैं। रीवा तुलपुले का परिवार महाराष्ट्र से ताल्लुक रखता है।
दिव्यांगता पीछे छोड़ लतिका ने जीती दुनिया
जब वे महज तीन महीने की ही थीं तब उनके माता-पिता को पता चला कि उनकी पहली ही संतान को सेरेब्रल पालसी है।