Monthly Archives: April, 2019
उपनिषदों की पंडिता डॉ. वेदवती वैदिक का निधन
वेदवतीजी ने 1986 से दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिण-परिसर में एम.ए. और एम.फिल. कक्षाओं में प्राध्यापन एवं शोध निर्देशन किया है।
राजनीतिक दस्तक को अनसुना करना
बड़ा प्रश्न है कि राहुल को यह निर्णय लेने की आवश्यकता क्यों पड़ी? क्या उन्हें अमेठी में अपनी हार की संभावनाएं नजर आने लगी? ऐसी क्या स्थितियां बनी कि उन्हें उत्तर प्रदेश में परिवार की अपनी पारंपरिक सीट से एक तरह किनारा करने का निर्णय लेना पड़ा?
कुल्हड़ वाली चाय के थ्री इडियट्स
आनंद ने बताया- दुकान खुलने के पहले दिन लोगों ने हमारा मजाक उड़ाया। लेकिन हमने हार नहीं मानी। चाय के 7 फ्लेवर कुल्हड़ में सिर्फ 10 रुपए में देने का आइडिया एक महीने में ही रंग दिखाने लगा।
महिला सांसदः सत्यभामा देवी ने गरीबों के लिए दान कर दी थी 500 बीघे जमीन
सत्यभामा देवी बिहार से दो बार चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंची। वे उन नेताओं में शुमार जिन्होंने हरिजनों, गरीबों और महिला कल्याण को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया था। उन्होंने भूदान आंदोलन के दौरान अपनी 500 बीघे जमीन गरीबों के लिए दान कर दी थी।
गांधी सार्द्ध शती लेखमाला ः अच्छे के स्वीकार-भाव में निहित है अहिंसा
गांधीजी की हमारी धर्मनिरपेक्ष नियति को आकार देने में सक्रिय भूमिका थी। स्मरण रहे कि भारत की स्वतंत्रता से पूर्व धर्मनिरपेक्ष शब्द ज्यादा प्रयोग में नहीं था,
भारतीय बच्चों के लिए अमरीका में खेली होली
गौर तलब है कि इस संस्था (क्राय अमेरिका ) का उद्देश्य, भारत में बच्चों पर ही रहे शारीरिक और मानसिक अत्याचारों को रोकना है। यह एक लाभरहित ( ५०१ c३ नॉनप्रॉफ़िट ) संस्था है जो एक ऐसे संसार की कामना करती है कि जहाँ सारे बच्चों को,
बैंक ऑफ बड़ौदा बना देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक
बीओबी के प्रमुख पीएस जयकुमार ने एक बयान में कहा कि हमें इस बात की अत्यधिक खुशी है कि बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक आपस में विलय कर नेटवर्क और ग्राहक संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गए हैं।