Monthly Archives: July, 2019
झेलम के किनारे विस्थापित कश्मीरियों के लिए अलग से केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए
गौरतलब है कि हुर्रियत के सभी गुटों की एक बैठक कुछ दिन पहले हुर्रियत मुख्यालय में हुई थी। इस बैठक में सिविल सोसाइटी, मुस्लिम समाज के अलावा कथित तौर पर कुछ कश्मीरी पंडित भी शामिल हुए थे।
डिजिटल क्रांति ने दुनिया भर में भारतीय खाने की धाक जमाई
शायद आपको यह जानकर हैरत हो कि भारतीय खाद्य बाजार इस समय दुनिया का छठवां सबसे बड़ा बाजार है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारतीय खाद्य उद्योग
किसान बने इंजीनियर की कहानी पढ़ेंगे महाराष्ट्र के छात्र
दूसरी तरफ स्कूली किताबों पर काम करने वाली समिति का कहना था कि वह चाहती थी कि छात्रों को असल जीवन के आदर्श व्यक्तित्वों के बारे में बताया जाए।
भारत के स्वर्णिम भविष्य के शिल्पकार डॉ. कलाम
संदीप सृजन - 0
उनका जीवन भारत के इतिहास ही नहीं भविष्य को स्वर्णिम बनाने के लिए समर्पित रहा। वे स्वर्णिम भारत के शिल्पकार थे। जो जन्मे तो साधारण परिवार में थे लेकिन जिए असाधारण परिवार में,
भारतीय दर्शन में पूर्णिमा का महत्व
मुंबई के श्री भागवत परिवार द्रवारा गीता ज्ञान यज्ञ की श्रृंखला एक साल तक किए जाने के बाद ज्ञानामृतम के नाम से अध्यात्मिक श्रृंखला की शुरुआत की गई है।
शिवराज के साथ सिंधिया के दबाब से भी मुक्ति का प्रयास है ऑपरेशन 122
वैसे दो विधायक को अपने पाले में लाने से कमलनाथ बेफिक्र होकर नही बैठ पाएंगे क्योंकि अगर दोनो स्तीफा देकर चुनाव लड़ते है तो उनके जीतने की संभावना फिफ्टी फिफ्टी ही है दूसरा
हिमा के स्वर्ण पदकों से चमका भारत
ऐथलेटिक्स को लेकर हमें सकारात्मक वातावरण बनाना होगा और इसकी पहली आजमाइश 2020 के टोक्यो ओलिंपिक में हिमा दास के साथ ही करनी होगी। क्योंकि उसने अपनी प्रतिभा एवं क्षमता का लौहा मनवाया है,
साहित्य अकादमी में आवश्यकता है
आवश्यक योग्यता के तहत साहित्य में रिसर्च डिग्री होना जरूरी है। इसके साथ ही रिसर्च का अनुभव होना चाहिए।
केंद्र सरकार की एक योजना ने बदल दी कश्मीरी महिलाओं की तक़दीर
सुहैल ए शाह - 0
दिलचस्प बात यह भी है कि यह योजना सिर्फ आर्थिक रूप से इन औरतों कि मदद नहीं कर रही बल्कि इसकी बदौलत उन्हें सामाजिक मजबूती भी मिल रही है.
क्रांतिकारी की कथा
उसका एक दोस्त आया। बोला, “तुम्हारे फादर कह रहे थे कि तुम पत्नी को लेकर सीधे घर क्यों नहीं आए। वे तो काफी शांत थे। कह रहे थे, लड़के और बहू को घर ले आओ।”