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हमारा हिन्दू नव वर्ष जो अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे है
31 दिसंबर की आधी रात को नव वर्ष के नाम पर नाचने वाले आम जन को देखकर तो कुछ तर्क किया जा सकता है, पर भारत सरकार को क्या कहा जाए जिसका दूरदर्शन भी उसी रंग में रंगा
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ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं
ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं है अपना ये त्यौहार नहीं है अपनी ये तो रीत नहीं है अपना ये व्यवहार नहीं
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डॉ अरविंद को मिला विष्णु पराड़कर पुरस्कार
डॉ अरविंद कुमार सिंह वर्तमान समय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ के पत्रकारिता विभाग में वरिष्ठ शिक्षक हैं।
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रिलायंस का जियो मार्ट टक्कर देगा अमेजन और फ्लिपकार्ट को
भारत में ऑनलाइन खरीदारी का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग अमेजन और फ्लिपकार्ट से जमकर सामान खरीद रहे हैं।
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ये किसका और कैसा नववर्ष है
हम नववर्ष के दिन कुछ ऐसे कार्य कर सकते हैं, जिनसे समाज में सुख, शान्ति, पारस्परिक प्रेम तथा एकता के भाव उत्पन्न हों। जैसे सर्व प्रथम प्रभु आराधना, हवन,
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1 जनवरी को नववर्ष मनाकर हम गुलामी की लकीर पीटते हैं
२ यदि हमारे व्यापारिक हिसाब-किताब, सरकारी कामकाज, राजकीय कोष का चालन-संचालन, शिक्षा-सत्र आदि नववर्ष के आरंभिक रूप में लेते हैं-
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लॉस-एंजेल्स में सम्पन्न हुआ पहला “पैशन विस्टा ग्लोबल आइकॉन अवार्ड” २०१९
यहाँ पर विश्व प्रसिद्ध कलाकारों के द्वारा मनोरंजक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। जिसमे लॉस-एंजेल्स के ख्याति प्राप्त डिज़ाइनर मनीष वैद का फैशन शो भी शामिल था।
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मुस्लिम देश 57, हिन्दू एक भी नहीं?
जिसे हिन्दू सांप्रदायिकता कह कर निंदित किया जाता है, वह इस्लामी उग्रवाद की प्रतिक्रिया भर है। यह विशुद्ध आत्मरक्षात्मक है। अपने धर्म, समाज और देश की रक्षा करने की भावना। भारत दोनों ओर
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डाक सेवाओं के लिए अहम रहा वर्ष 2019, राजधानी लखनऊ में हुए तमाम नवाचार
वर्ष 2019 में डाक विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर क्षय (टी०बी०) रोग को दूर भगाने की ठानी। उत्तर प्रदेश के 4 जनपदों -लखनऊ,
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पाकिस्तान के हिंदुओं की जान का दुश्मन है मियाँ मिठ्ठू
कहने को 'मियां मिट्ठू' सूफी है, लेकिन असल में वह पाखंडी, अय्याश और दुराचारी है। हिन्दुओं को प्रताडि़त करना, साम्प्रदायिक दंगे भड़काना, हिन्दुओं के धर्मस्थलों और उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना,