Wednesday, April 24, 2024
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Monthly Archives: April, 2020

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने रद्द किया अंग्रेजी को शिक्षा का माध्यम बनाने का आदेश, कहा-अभिव्‍यक्ति की आजादी में मातृभाषा में पढ़ने की आजादी भी...

एडवोकेट करुमानची इंद्रनील बाबू और अनूप कौशिक करवाड़ी (याचिकाकर्ताओं के लिए); एएसजी बी कृष्ण मोहन, एजी एस श्रीराम और एडवोकेट एन सुब्बा

हिंदुओं के हितैषी तबलीगियों जैसों के खिलाफ खुलकर सामने क्यों नहीं आते?

जबकि हिन्दू अपने नियम, सत्यनिष्ठा पर दृढ़ होकर, आम मुसलमानों को उन के मतवाद के दोहरेपन से दूर कर मानवीय नैतिकता में बनाए रख सकते थे। किन्तु उलटे हिन्दू नेताओं, बौद्धिकों

सनातन परंपरा से पूरे देश को एक सूत्र में जोड़ने वाले आदि गुरू शंकराचार्य

आचार्य शंकर के जीवन में यात्राएं और लेखन साथ साथ चलते हैं। इन यात्राओ के दौरान उन्होंने ब्रह्मसूत्र पर भाष्य के साथ साथ कुल 22 ग्रंथों के भाष्य, 54 उपदेश ग्रंथ और 75 स्त्रोत्र लिखे।

ग्रामीण महिलाएं तैयार कर रही साबुन और मास्क

जिला प्रशासन द्वारा भी महिला समूहों को लगातार प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मास्क बनाने के लिए सस्ते दर पर कॉटन के कपड़े और साबुन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री समूह को उपलब्ध

कोरोना ने बदले सामाजिक दृश्य

कोरोना के कारण आज पुरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। लॉकडाउन कर इससे बचाव के प्रयास जारी है। कोरोना से बचाव के तरीको और लॉकडाउन के कारण हमारी जीवन शैली में एक बड़ा

अजमेर महीषि महारानी सती उर्मिला

यह मन्दिर पर देश भर में सर्वत्र श्रद्धा - भाव से देखा जाता था । देश के विभिन्न भागों से आ कर लोग यहां प्रभु वन्दना करते थे ।

कोरोना की आफत के बीच मुंबई पुलिस का दिलखुश करनेवाला चेहरा

जयपुर की मूल निवासी जीवन के 84 वसंत देख चुकी धर्मप्रेमी वृद्धा कुमुद शर्मा के लिए अपने पूरे जीवनकाल का यह एक ऐसा अनुभव था, जिसकी वह कभी कल्पना भी नहीं कर सकती थी।

द्रौपदी के कितने पति थे ?

पांचाल-नरेश द्रुपद ने अपनी पुत्री द्रौपदी के विवाह के लिए स्वयंवर रचा. उस स्वयंवर में ब्राह्मण-वेशधारी पांच पांडव भी सम्मिलित हुए. अनेक छोटे-बड़े देशों के राजा, ब्राह्मण, देवता, पौर,

श्रूी सुरेश प्रभु ने कहा, अमरीका भारत मिलकर करें निवेश

सम्मेलन के दौरान भारत- अमेरिका के बीच व्यापार और आर्थिक गठबंधन के क्षेत्र में नये अवसर सृजित करने पर जोर दिया गया। इंडो

संघ की संकल्पना : सेवा उपकार नहीं, करणीय कार्य

इस उद्बोधन में उन्होंने स्वदेशी अर्थव्यवस्था, समाज के स्वावलंबन एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर भी दिशा-सूत्र दिए। उनका यह उद्बोधन ‘संघ की बात’ एवं ‘संघ के
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