Monthly Archives: July, 2020
लाहौर में गुरुद्वारे को मस्जिद में बदलने की कोशिश पर भारत ने जताया कड़ा विरोध
प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यह भी कहा है कि पाकिस्तान अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा, हितों के साथ ही उनके धार्मिक अधिकारों और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण सुनिश्चित करें।
पश्चिम रेलवे ने बांद्रा-खार रेल खंड की बाधाएँ हटाई
इस काम के पूरा होने के बाद, सुपर एलिवेशन को 60 मिमी से बढ़ाकर 105 मिमी कर दिया गया है, जिसके फलस्वरूप स्थायी गति प्रतिबंध हटाने का लक्ष्य सम्भव हो पाया है।
पेटा को रक्षाबंधन में गाय का चमड़ा दिखता है
क्या हम अपनी संस्कृति और त्योहारों का विकृत स्वरूप अपनी अगली पीढ़ियों को देना चाहते हैं? तो हम इस पर क्यों नहीं अपनी तरफ से कुछ करते? वैश्विक होना अच्छा है पर इसके नाम पर अपने घर और संस्कृति को
स्वाधीनता संग्राम पर ऑनलाइन प्रतियोगिता प्रविष्टि 15 अगस्त तक आमंत्रित
इसी क्रम में देश भक्ति पूर्ण कविता लेखन प्रतियोगिता विजेताओं को क्रमश: 10 हजार, पाँच हजार और तीन हजार के प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार एवं एक-एक हजार के पाँच पुरस्कार प्रमाण-पत्र के साथ दिये जाएंगे।
बुध्दि को यंत्र मत बनाईये
ध्यान का इतना ही अर्थ है कि यह मस्तिष्क फिर से तुम्हारे खून की चाल के साथ चले, तुम्हारे हृदय की धड़कन के साथ धडके।
मरने के पहले हम किन बातों को लेकर पछताते हैं!
दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली और कई भाषाओँ में अनुदित हो चुकी इस पुस्तक के लेखक का मानना है कि मौत के कगार पर पहुँचा व्यक्ति किन छोटी सी पाँच बातों को लेकर जिंदगी भर पछताता रहता है,
चौधरी नत्था सिंह भजनोपदेशक
इस प्रकार आजीवन आर्य समाज का प्रचार किया और आर्य समाज का प्रचार करते हुये ही दिनांक ३ जुलाई सन् १९९१ इस्वी को इस संसार को छोड दिया|
आर्य समाज के वे बलिदानी जिनसे हमारी स्वतंत्रता और संस्कृति जीवित है
इस प्रकार आर्यों ने दारुण कष्ट सहते हुए , मृत्यु को निकट से देखते हुए चिंता किये बिना हँसते हंसते एक के पश्चात् एक पंक्ति बद्ध हो प्राणों को त्यागते चले गए|
लोक से परलोक तक की यात्रा के पथ प्रदर्शक हैं तुलसी
यह भी गौर तलब है कि भक्त कवि तुलसीदास का मन लोक में भी अवस्थित है. वह अपने समय की चिंता से भी आकुल हैं और समकालीन समाज में व्याप्त हो रहे
क्या खास है नई शिक्षा नीति में
12 साल की स्कूली शिक्षा और 3 साल की आंगनवाड़ी / प्री-स्कूलिंग के साथ नए 5 + 3 + 3 + 4 स्कूली पाठ्यक्रम
पढ़ने-लिखने और गणना करने की बुनियादी योग्यता पर ज़ोर, स्कूलों में शैक्षणिक धाराओं, पाठ्येतर गतिविधियों और