Monthly Archives: January, 2021
किसान की आमदनी बढ़ाने,हर खेत को पानी पहुंचाने के प्रयास होंगे-श्री बिरला
उन्होंने कहा कि बूंदी बहुत प्राचीन शहर है और इसका अपना इतिहास रहा है। यहां की पुरातत्व संपत्तियां, संस्कृति व संस्कार हाडौती को नई कल्चर और दिशा देती है।
मुंबई सेंट्रल में कोचिंग डिपो स्वचालित कोच वॉशिंग प्लांट लगा
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस संयंत्र में एक प्री-वैट स्टेशन, 4 वर्टिकल ब्रशिंग इकाइयाँ, फिक्स्ड डिस्क ब्रशेज़ का एक सेट
यात्रा: पेशावर काण्ड के अमर सेनानी के गांव की- चौथा भाग
प्रेम रावत - 0
एक वृक्ष जो 50 साल तक जीवित रहता है वह 5 लाख 30 हज़ार वृक्षों के बराबर ऑक्सीजन पैदा करता है, 6 लाख 40 हजार रुपये के मूल्य के बराबर जमीन को उपजाऊ बनाता है
भारत और भारतवासियों की अपराजेय दृढ़ता, जीवटता एवं संघर्षशीलता का वर्ष
प्रणय कुमार - 0
मानव-सभ्यता के इतिहास की सबसे भयावह महामारियों में से एक कोविड के विरुद्ध भारत का यह साहसिक संघर्ष इतिहास के पृष्ठों में स्वर्णाक्षरों में अंकित होने योग्य है।
प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए मध्य भारत प्रांत में 2000 महिलाएं रहेंगी पूर्णकालिक भूमिका में
महिला बैठकों का दौर चल रही हैं। शहर और कस्बे स्तर पर महिलाओं के बीच काम शुरू हो चुका है, अब से ग्रामीण क्षेत्रों तक छोटी-छोटी टोलियां और बनाने की महिलाओं की अलग से
ये पढ़े लिखे भारत से भागकर विदेश क्यों जाते हैं?
यदि ये प्रतिभाशाली छात्र भारत में ही रहते और पढ़कर वापस लौट आते तो यह असंभव नहीं कि कुछ ही वर्षों में भारत पश्चिमी देशों से अधिक समृद्ध और सुखी हो जाता।
ट्राइफेड विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ मिलकर जनजातीय उत्पादों की जीआई टैंगिग करेगा
ट्राइफेड आदिवासी सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली नोडल एजेंसी के रूप में उनके जीवन और परंपराओं के तरीके को संरक्षित करने का काम कर रही है।
टूटे सपनों को फिर से जोड़ने का साल
नूतन वर्ष का अभिनन्दन करते समय हमारी भावनाओं का ज्वार चरम पर होता है और नई कल्पनाएं मन में हिलोर लेती हैं। कोरोना के दंश को तो शायद बरसों नहीं भूल पाये पर प्रभु से कामना तो
कैलेंडर की रोमांचक यात्रा की कहानी
दुनिया न किसी के लिए रुकती है न थकती है। समय के साथ चलती है। समय के साथ कदम-ताल करती है। क्योंकि समय ही सब कुछ है।
इस ख़बर पर उनका दर्द
कमलेश व्यास - 0
फरवरी के बाद होंगे।" कालू भिया ने पत्नी को बताया कि अभी कुछ दिन पहले चुनाव होने की खबर पढ़कर उन्होंने पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए