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Monthly Archives: May, 2021

कोरोना ने इंसानियत भी मार दी

लेखक के बारे में - डॉ. वेद प्रताप वैदिक (जन्म: 30 दिसम्बर 1944, इंदौर, मध्य प्रदेश) भारतवर्ष के वरिष्ठ पत्रकार, राजनैतिक विश्लेषक, पटु वक्ता एवं हिन्दी प्रेमी हैं।

भारतीय परम्पराओं का पालन कर दी जा सकती है कोरोना महामारी को मात

इस प्रकार की महामारी के इस दौर में यह देखा जा रहा है कि भारतीय समाज भी आगे आकर एक दूसरे की मदद में जुट गया है।

हर बेईमान अफसर एक आतंकवादी या अपराधी पैदा कर देता है

उसके बारे में जानने वाले लोग कहतें हैं कि एक अति सामान्य दर्जे की सरकारी नौकरी के एवज में एक अधिकारी ने बतौर रिश्वत उससे दस हज़ार रूपए मांगे, जिसे देना उसके लिए प्रायः असम्भव था।

9 दिन में 1000 से अधिक लोगों का सहायक बना ‘सेवा सर्वोपरि’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा चलाये गए 'बनें प्लाज़्मा योद्धा' अभियान को भी अच्छा प्रतिफल मिल रहा है, फिलहाल, उसमें भी प्लाज़्मा दान देने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है।

ये थी हमारी भारतीय परंपरा और जीवन शैली

बैल जब बूढ़ा हो जाता था तो उसे कसाइयों को बेचना शर्मनाक सामाजिक अपराध की श्रेणी में आता था । बूढा बैल कई सालों तक खाली बैठा चारा खाता रहता था,

पश्चिम रेल्वे की कुछ स्पेशल ट्रेनें आगामी सूचना तक रद्द

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार को रद्द की जाने वाली विशेष ट्रेनों का विवरण निम्नानुसार है
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