Monthly Archives: May, 2021
अब पहले पन्ने से गायब हैं प्रधान मंत्री और नेताओँ के चेहरे
भारत में अखबारों के विकास की कहानी 1780 से प्रारंभ होती है, जब जेम्स आगस्टस हिक्की ने पहला अखबार ‘बंगाल गजट’ निकाला। कोलकाता से निकला यह अखबार हिक्की की जिद,
स्वस्थ पत्रकारिता चाहिए, तो पत्रकारों की चिंता करे समाज : अतुल तारे
कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हम नये परिसर में पंडित जुगल किशोर शुक्ल की स्मृति में एक भवन का नामकरण कर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का प्रयास करेंगे।
डा. दीपक कुमार श्रीवास्तव अंतराष्ट्रीय पीयर –रिव्युड जर्नल “ लाईब्रेरी स्कॉलर” के संपादक बने
अंतराष्ट्रीय पीयर –रिव्युड जर्नल “ लाईब्रेरी स्कॉलर” मे डा. दीपक कुमार श्रीवास्तव तथा अहमदो बिल्लो यूनिवर्सिटी जारिया नाईजीरीया की आई.सी.टी प्रमुख डा. हम्जा मुजा ऊकाष्टु
मोदी के हनुमान एके शर्मा पहुंचे जन्मभूमि यूपी, पर बनेंगे क्या?
दरअसल, नरेंद्र मोदी प्रयोगधर्मी व्यक्तित्व के धनी हैं और अफसरों के जरिए राजनीति के रास्तों के अवरोधों को अलग करने के महारथी के रूप में स्वयं को स्थापित कर चुके हैं।
दिवंगत पत्रकारों के अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी: आलोक मेहता
वरिष्ठ पत्रकार अनुराग पटेरिया को याद करते हुए प्रवीण दुबे ने कहां की पटेरिया जी दूसरी लाइन तैयार करने वाले पत्रकार थे, जो युवाओं को भरपूर अवसर देते थे।लगातार पढ़ना,
संभावनाओं भरा है हिंदी पत्रकारिता का भविष्य
हिंदी पत्रकारिता का स्थान दुनियाभर में पहले से बढ़ा है व निरंतर और भी बढ़ रहा है। आज हिंदी व स्थानीय भाषाओँ में कंटेंट लिखने वाले दक्ष पेशेवरों की मांग बढ़ रही है।
सकारात्मक खबरें देकर पाठकों में विश्वास पैदा करे मीडिया
अमेरिका में 6 लाख मौते हुईं, लेकिन वहां हमारे चैनलों जैसे दृश्य नहीं दिखाए गए। 11 सितम्बर के आतंकवादी हमले के बाद भी पीड़ितों के दृश्य नहीं दिखाए गए थे। हमारे यहां कुछ वर्जनाएं हैं, जिन पर ध्यान देना होगा।
कोविड़ के बहाने दिन रात केंद्र सरकार को कोसने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी
संजना शर्मा - 0
सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत गठित पत्रकार कल्याण योजना कमेटी की बैठक मंत्रालय के सचिव अमित खरे की अध्यक्षता में आज हुई ।
हिंदी पत्रकारिता की उजली विरासत को सहेजने की जरूरत
समाज जीवन के सभी क्षेत्रों की तरह मीडिया भी इन दिनों सवालों के घेरे में है। उसकी विश्सनीयता, प्रामणिकता पर उठते हुए सवाल बताते हैं कि कहीं कुछ चूक हो रही है।
पश्चिम रेलवे ने चर्चगेट स्थित हेरिटेज मुख्यालय भवन के आकर्षक और सौंदर्यात्मक स्वरुप पुनर्जीवित किया
पश्चिम रेलवे मुख्यालय भवन वेनीशियन गोथिक और वास्तुकला की इंडो- सारसेनिक शैलियों के मिश्रण के साथ एक सुंदर, सौंदर्यपूर्ण और शानदार स्मारक है।