Thursday, March 28, 2024
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Monthly Archives: February, 2022

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक को लेकर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का एक यादगार पत्र

जो महापुरुष मधुमेह से पीड़ित होने के बावजूद इतने सुदीर्घ कारावास को झेलता गया. और जिसने उन अन्धकारमय दिनों में अपनी मातृभूमि के लिए ऐसी अमूल्य भेट तैयार की, उसे विश्व के महापुरुषों की श्रेणी में प्रथम पंक्ति में स्थान मिलना चाहिए.

वीर सावरकर ने जो भोगा उसकी तपन महसूस कीजिये

केन्द्रीय लेजिस्लेटिव असेम्बली में श्री सरदार विट्ठल भाई पटेल ने 24 फरवरी, 1920 को सावरकर बन्धुओं का सन्दर्भ लेते हुए राजनैतिक अवज्ञाकारी बन्दियों की मुक्ति के लिए प्रस्ताव रखा। श्री जी.एस. खापर्डे ने सावरकर बन्धुओं का ही मामला उठाया।

शक्ति का नाम ही नारी है- डॉ. अनुकृति

उल्लेखनीय है जेसीआई संगठन की महिलाओं बालिका सशक्तिकरण सहित कोविड-19 में राशन किट, मेडिकल उपकरण उपलब्ध करवाने सहित मरीजों की काउंसलिंग में विशेष भूमिका रही। कोटा में जन्मे वह बूंदी की बहू पढ़ने संगीत व कुकिंग की शौकीन अनुकृति ने बताया कि संगठन द्वारा भविष्य में

आत्मदैन्य से मुक्ति का विमर्श है ‘भारतबोध का नया समय’

प्रो. संजय द्विवेदी की यह पुस्तक ऐसे समय में आई है, जब ‘भारतबोध’ की सर्वाधिक आवश्यकता है। नयी पीढ़ी के सामने ‘भारत की वास्तविक पहचान’ को प्रस्तुत किया जाना बहुत आवश्यक है। यदि वर्तमान समय में यह काम नहीं किया गया,

किसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति जरूरी: मेजर जनरल ए.के. चतुर्वेदी

विशिष्ट अतिथि एकल अभियान के प्रभाग उपाध्यक्ष श्री मनोज मिश्रा जी ने कार्यक्रम की प्रस्ताविकी रखी। इसके साथ ही उन्होंने अतिथियों का परिचय भी कराया। इतिहास संकलन समिति, अवध प्रांत के सदस्य डॉ. गिरिजेश त्रिपाठी जी ने सभी अतिथियों को आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती

‘सभ्य समाज’ ने गौवंश को अवारा मान लिया ताकि कसाई का कारोबार चलता रहे

गरमी की छुट्टियों में जब गांव जाता तो हमारे बाबा एक भैंस अकसर मुझे चराने के लिए दे देते। वह जब भैंसों में मिल जाती तो मैं पहचान नहीं पाता। कि कौन सी भैंस मेरी है। पर शाम को जब सभी भैंस घर वापस आतीं तो वह अपने आप घर आ जाती।

उप्र. चुनावः हार -जीत का निर्णय महिला मतदाताओं के हाथ में

नि:संदेह महिलाओं के प्रति निरंतर बढ़ते अपराध समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। महिलाओं को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हरसंभव प्रयास किया है।

वैचारिक जागृति का मजबूत मंच बन कर उभरा सोशल मीडिया

आपके सामाजिक-धार्मिक कार्यक्रम, पर्यटन के यादगार पल,जीवन की महत्वपूर्ण घटना आदि की यादें संजोए रखने के लिए फोटो एवं वीडियो लेने के लिये कैमरा भी तैयार है।

भारत बने धर्म-सापेक्ष

धर्म क्या है? इसकी परिभाषा मनुस्मृति में कितनी अच्छी है। मनु महाराज ने धर्म के दस लक्षण बताए हैं— धीरज, क्षमा, मन-नियंत्रण, चोरी या लालच से बचना, शरीर-मन-बुद्धि को शुद्ध रखना, इंद्रिय-संयम, बुद्धिप्रधान रहना, सत्याचरण और क्रोध-नियंत्रण!

हिप हॉप क्वीन राजा कुमारी ने सर्वश्रेष्ठ गानों का संकलन प्रस्तुत किया

अपने उत्साह को व्यक्त करते हुए, राजा कुमारी कहती हैं, "यह एक कठिन समय था जब कोई संगीत कार्यक्रम नहीं हो रहा था, मुझे लगा कि दूसरा लॉकडाउन होने से पहले दुनिया कोई संगीत का उपहार देना चहिए। संगीत
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