Monthly Archives: April, 2022
क्या है ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ?
वीर दामोदर सावरकर के इस दर्शन को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मूलाधार बनाकर संघ का संगठन, संस्थापना करने वाले डा. केशव बलिराम हेडगेवार जी को हम यदि पूर्ण रूप से अपनी कल्पना में पिरोने का कार्य करें तो यह कार्य तनिक दुष्कर ही होगा.
कश्मीरी हिंदुओं का विशेष पर्व है नवरेह
कश्मीरी पंडितों का पंचाग (जिसे ‘जंत्री’) कहते हैं, पहले तो कश्मीर में छपता था, अब विस्थापन के बाद जम्मू से छपने लगा है।मैं ने यह पंचाग कई सप्ताह पूर्व फेसबुक में विज्ञापन देखकर जम्मू से ऑनलाइन मंगवाया था।मेरे खूब याद दिलाने पर भी भेजने वाले धर्मप्राण-बन्धु ने आज तक न तो पैसों की बात की
भारत और जापान के आर्थिक व सामरिक रिश्तों का एक सुनहरा अध्याय प्रारंभ हुआ है
भारत में सबसे अधिक विदेशी निवेश करने वाले कुछ बड़े देशों में जापान भी एक बड़े निवेशक के रूप में शामिल है। वहीं दूसरी ओर जापान में भारत के कुशल श्रमिकों की बहुत बड़ी संख्या कार्यरत है।
भारतीय नववर्ष: हमारा गौरव, हमारी पहचान
यह नववर्ष हमारा गौरव एवं पहचान: वर्ष प्रतिपदा को विभिन्न प्रान्तों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है. प्रायः ये तिथि मार्च और अप्रैल के महीने में पड़ती है। पंजाब में नया साल बैसाखी नाम से 13 अप्रैल को मनाया जाता है।
“भारत है हिंदू राष्ट्र” की जय घोष करने वाले- डॉ. हेडगेवार
सन 1936 में नासिक के शंकराचार्य ने केशव को राष्ट्र सेनापति की पदवी से विभूषित किया। डाक्टर केशव ने संघ के विकास व विस्तार के लिए भारत के विभिन्न क्षेत्रों व राज्यों का भ्रमण किया। 1935 और 1936 में उन्होंने संघ कार्य में परिश्रम की पराकाष्ठ कर दी।
अमर उजाला के फिल्मोंत्सव के समापन के मुख्य अतिथि होंगे डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी
सर्वोच्च पुरस्कार : गौरव मिश्रा की फिल्म ‘हिंदी माथे की बिंदी’ सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म चुनी गई है। समारोह में मिश्रा को पुरस्कार स्वरूप 5 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाएगा।
‘भारतबोध का नया समय’ का लोकार्पण
इस अवसर पर पुस्तक के लेखक एवं भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि कोई भी किताब खुद अपना परिचय देती है। ये किताब आम आदमी के लिए लिखी गई है, जो भारत को जानना चाहता है।
भगवान झूलेलाल का अवतरण हिन्दू धर्म की रक्षा हेतु हुआ था
आज के बलोचिस्तान, ईरान, कराची और पूरे सिन्धु इलाके के राजा थे श्री दाहिरसेन जी।आपका जन्म 663 ईसवी में हुआ था और 16 जून 712 ईसवी को इस महान भारत भूमि की रक्षा करते हुए उन्होंने बलिदान दे दिया था।
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में आयोजित युवा संसद में छाया रहा रूस-यूक्रेन युद्ध
युवा संसद की प्रस्तुति के दौरान संसदीय विद्यापीठ की संचालक डॉ. प्रतिमा यादव, जनसंचार विभाग के अध्यक्ष एवं युवा संसद आयोजन के समन्वयक डॉ. आशीष जोशी, एडजंक्ट प्रोफेसर गिरीश उपाध्याय, सांस्कृतिक कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आरती सारंग,
वीर-वीरांगनाओं की शौर्य गाथाओं से युवा पीढ़ी को मिलेगी प्रेरणा: श्री गजेन्द्र जी
कार्यक्रम अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री गजेन्द्र जी ने आत्मनिर्भर भारत का जिक्र करते हुए कहा कि हमें मेक इन इंडिया पर जोर देना चाहिए। हमें दूसरों पर आश्रित न रहकर आत्मनिर्भर बनना चाहिए। इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा।