Monthly Archives: October, 2022
साहित्यकार विजय जोशी सम्मानित
कोटा। अन्नपूर्णा नगरी से प्रसिद्ध और पुरासम्पदा से समृद्ध बाराँ में वरिष्ठ कथाकार-समीक्षक विजय जोशी को उनके शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्यों एवं सराहनीय उपलब्धियों हेतु सम्मान - पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
भारतीय पर्यटन उद्योग में आ रही है रोजगार के नए अवसरों की बहार
पर्यटन उद्योग में कई प्रकार की आर्थिक गतिविधियों का समावेश रहता है। यथा, अतिथि सत्कार, परिवहन, यात्रा इंतजाम, होटेल आदि। इस क्षेत्र में व्यापारियों, शिल्पकारों, दस्तकारों, संगीतकारों, कलाकारों, होटेल, वेटर, कूली, परिवहन एवं टूर आपरेटर आदि को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं।
विभिन्नता में एकता देश की विशेषता को सार्थक करता है पर्यटन
मंदिर, मस्जिद,चर्च,गुरुद्वारे के साथ - साथ सभी धार्मिक स्थल धर्म विशेष के होते हुए भी पर्यटक के लिए केवल देखने , आनंदित होने और ज्ञानवर्धन का माध्यम हैं।
भुवनेश्वर कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के रजत जयंती वर्ष पर दीक्षांत समारोह का आयोजन
उन्होंने जोर देकर यह कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तथा सामाजिक व्यवस्था के विकास में ज्ञान ही नई इंजीन है। समारोह को नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ रिगोबर्टा मेंचु तुम 18वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को वर्चुअल रूप में संबोधित किया।
भुवनेश्वर देवसर माता परिवार की ओर माताजी का मंगल पाठ आयोजित
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल में भी देवसर माता का मंगल पाठ भुवनेश्वर देवसर माता परिवार की ओर से सफलतापूर्वक आयोजित हुआ था।
हाड़ोती पुरातत्व दर्शन: गागरोन दुर्ग, झालावाड़
काली सिंध एवं आड नदियों के संगम पर स्थित गागरोन का यह दुर्ग भारत में जल दुर्ग का बेहतरीन उदाहरण है। यह दुर्ग झालावाड से मात्र तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग से जाने पर यह दूरी 14 किलोमीटर है।