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  • 192 साल पहले बालाकोट में  हूरों के चक्कर में मारे गए थे 300 जेहादी

    192 साल पहले बालाकोट में हूरों के चक्कर में मारे गए थे 300 जेहादी

    आज से 192 साल पहले रणजीत सिंह की सेना ने युद्ध में क़रीब 300 से ज्यादा जिहादियों को हूरों के क़रीब पहुँचाया था जिनकी कब्रें आज भी वहां पर मौजूद हैं। उसी जगह भारतीय वायु सेना ने वही घटना दोहराई है। भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों के बाद बालाकोट […]

  • वाई फाई की खोज की थी खूबसूरत अभिनेत्री  हेडी लामार  ने

    वाई फाई की खोज की थी खूबसूरत अभिनेत्री हेडी लामार ने

    ऑक्‍सीजन, भोजन, पानी और कपड़ा. जीवन के एकदम बुनियादी जरूरतें, जिसके बिना जीवन मुमकिन नहीं. क्‍या इसके अलावा भी कुछ है, जिसके बिना अब रहना तकरीबन नामुमकिन है. साल 2010 में फिनलैंड एक नया कानून लेकर आया, जिसे तब लोगों ने थोड़े मजाक और थोड़े शुबहा के साथ देखा था. राइट टू फूड, राइट टू […]

  • 74 दवाओं की कीमतें कम हो गई

    दवाओं की कीमतों के नियामक, NPPA ने डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के इलाज की दवाओं समेत 74 दवाओं का खुदरा मूल्य तय कर दिया है. राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने 21 फरवरी को हुई प्राधिकरण की 109वीं बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर ‘औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश 2013’ के तहत […]

  • किसानों को डाकिया के माध्यम से घर बैठे मिलेगी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कर्नाटक के बेलगांव में आयोजित एक कार्यक्रम में ज्यों ही ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ की बहुप्रतीक्षित 13वीं किस्त जारी की तो किसानों और उनके परिवारजनों की बांछें खिल गईं। सरकार ने डीबीटी माध्यम से देशभर के 8 करोड़ लाभार्थी किसानों के खाते में 16,800 करोड़ से ज्यादा की […]

  • वैश्विक दक्षिण के विचारों को अग्रसर करता भारत

    वैश्विक दक्षिण के विचारों को अग्रसर करता भारत

    भारत में आयोजित होने वाला जी-20 समूह राष्ट्र राज्यों का सम्मेलन भारत के लिए प्रासंगिक है बल्कि दक्षिण राष्ट्र – राज्य में विकासशील राष्ट्र राज्य, कम पूंजी वाले राष्ट्र- राज्य में शोध एवं विकास में पिछड़े राज्यों के लिए बहुत ही प्रासंगिक एवं महत्वपूर्ण है ;क्योंकि ज्वलंत मुद्दों पर एक सार्थक, मूल्यवान एवं उपापदेई संगठन […]

  • हमें ये खूनी इतिहास कभी नहीं पढ़ाया गया

    हमें ये खूनी इतिहास कभी नहीं पढ़ाया गया

    ये कुछ ऐसी कहानियाँ हैं, जिन्हें जान-बूझकर हमारे इतिहास से गायब रखा गया। अलाउद्दीन खिलजी के बाद मोहम्मद तुगलक दिल्ली में दूसरा ऐसा इस्लामी कब्ज़ेदार है, जिसे खिलजी से भी ज्यादा समय तक कब्ज़ा बरकरार रखने का मौका मिला। खिलजी ने 20 साल तक हिंदुस्तान को रौंदा। तुगलक को 26 साल मिले। वह 1325 में […]

  • पारदर्शिता की ओर अग्रसर होती कॉलेजियम

    पारदर्शिता की ओर अग्रसर होती कॉलेजियम

    कॉलेजियम व्यवस्था’ वह प्रक्रिया है ,जिससे उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति और स्थानांतरण/ तबादले किए जाते हैं। कॉलेजियम व्यवस्था का पूरा मामला तब शुरू हुआ जब 25 नवंबर को संघीय कानून मंत्री श्री किरण रिजुजू ने न्यायधीशों की नियुक्ति करने की प्रक्रिया को “संविधान से परे “या” एलियन” बता दिए थे। […]

  • वीरेंद्र सिन्धु-महर्षि दयानंद , आर्य समाज  और बंटवारे की निकृष्ट राजनीति

    वीरेंद्र सिन्धु-महर्षि दयानंद , आर्य समाज और बंटवारे की निकृष्ट राजनीति

    युगदृष्टा भगत सिंह और उनके मृत्युंजय पुरखे -एक कालजयी पुस्तक है। इसकी लेखिका श्रीमती वीरेंद्र सिंधु जी, भगत सिंह के भाई कुलतार सिंह जी की बेटी थी। उनका जन्म सन 1939 में हुआ था । उनका विवाह सन 1968 में नरेश भारतीय से हुआ था। विवाह के पश्चात वे लंदन चली गई। पर भारत आती […]

  • आदिवासी संस्कृति को साकार करती कला

    आदिवासी संस्कृति को साकार करती कला

    अगर आपने आदिवासी संस्कृति को निकट से नहीं देखा है तो आपको डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में चल रहे 14वें राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में जरूरी आना चाहिए। इस कला के महासंगम में ठेठ ट्राइबल कल्चर की झलक जहां विभिन्न कलाओं में तो दिखेगी ही, इसके साथ—साथ हस्तकला के अनुपम आइटम्स में भी दिखाई देगी। दरअसल, देश […]

  • दलित उद्धारक के रूप में वीर सावरकर

    दलित उद्धारक के रूप में वीर सावरकर

    (26 फरवरी को पुण्य तिथि के उपलक्ष पर प्रचारित) क्रांतिकारी वीर सावरकार का स्थान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना ही एक विशेष महत्व रखता है। सावरकर जी पर लगे आरोप भी अद्वितीय थे उन्हें मिली सजा भी अद्वित्य थी। एक तरफ उन पर आरोप था कि अंग्रेज सरकार के विरुद्ध युद्ध की योजना बनाने का, […]

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