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पश्चिम रेलवे की 3 महिला लोको पायलटों को केन्‍द्रीय विदेश मंत्रालय ने सम्‍म‍ानित किया

मुंबई। पश्चिम रेलवे द्वारा 8 मार्च, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस चर्चगेट स्थित अपने मुख्यालय तथा मुंबई सेंट्रल, वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, रतलाम और भावनगर के सभी मंडल कार्यालयों में उत्‍साह के साथ मनाया गया। यह गर्व की बात है कि पश्चिम रेलवे की 3 महिला लोको पायलटों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने इस उपलब्धि पर तीनों महिला लोको पायलटों सुश्री कुमकुम नागेंद्र- लोको पायलट (गुड्स), सुश्री उदिता वर्मा- वरिष्‍ठ सहायक लोको पायलट और सुश्री काजल गुप्ता- सहायक लोको पायलट को हार्दिक बधाई दी है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 8 मार्च, 2021 को रेल मंत्रालय द्वारा एक सम्मान समारोह आयोजित किया, जिसका विषय “महिला नेतृत्‍व : कोविड-19 की दुनिया में समान योगदान देते हुए” था। इस कार्यक्रम का रेलवे के सभी जोन में सीधा प्रसारण किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने प्रमुख विभागाध्‍यक्षों और वरिष्ठ कार्मिक अधिकारियों के साथ चर्चगेट स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में डिजिटल रूप से इस कार्यक्रम में भाग लिया। श्री कंसल ने इस समारोह में उपस्थित रहकर महिला कर्मचारियों को प्रेरित किया और महिला सशक्तिकरण की दिशा में उनकी प्रगति के लिए सभी महिला कर्मचारियों को बधाई दी।

आरपीएफ इंस्पेक्टर श्रीमती गायत्री पटेल ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी ड्यूटी के अनुभवों को साझा किया। श्री कंसल ने ड्यूटी के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। पश्चिम रेलवे अपने सम्माननीय महिला यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं को सशक्त बनाने में हमेशा अग्रणी रही है। इसके साथ ही पश्चिम रेलवे ने इस साल जनवरी में 3 महिलाओं को लोको पायलटों को मालगाड़ी परिचालन के रूप में शामिल कर एक शानदार उदाहरण पेश करते हुए दर्शाया कि कोई भी कार्य महिलाओं की क्षमता से परे नहीं है। 8 मार्च, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विदेश मंत्रालय ने इन 3 महिलाओं को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया और नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में उन्हें सम्मानित किया गया। पश्चिम रेलवे की कई महिला कर्मचारियों ने ऐसे अनेक कार्यों को बखूबी अंजाम दिया है, जिन्‍हें कभी पुरुषों के कार्य क्षेत्र का माना जाता था।

इस अवसर पर पश्चिम रेलवे की पहली मोटरवुमन सुश्री प्रीति कुमारी ने भायंदर से चर्चगेट तक महिला विशेष ट्रेन का परिचालन किया, जहाँ उनका स्वागत महिला यात्रियों ने किया। महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के अपने अनूठे प्रयास में पश्चिम रेलवे का माटुंगा रोड स्टेशन सिर्फ महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाता है, जिसके अंतर्गत परिचालन, वाणिज्‍य और सुरक्षा विभागों में अनेक महिलाएँ कार्यरत हैं। दहिसर स्टेशन का नेतृत्व भी महिला द्वारा किया जाता है। इसी तरह लेडी स्टेशन मास्टर बांद्रा स्टेशन पर नियंत्रण टॉवर के साथ-साथ ट्रेनों की रियल टाइम मूवमेंट का प्रबंधन करती हैं। रेलवे के संचालन में बहुत सारे तकनीकी कार्य शामिल हैं। इनमें उच्च परिशुद्धता, त्वरित सोच, नियमों का अच्छा ज्ञान, निरंतर एकाग्रता और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। इन फ्रंटलाइन कर्मचारियों में से कुछ कोविड महामारी की शिकार भी हुई थीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने फिट होने के बाद वापस ड्यूटी पर जाने से स्‍वयं को नहीं रोका। ऐसी ही एक कोरोना योद्धा हैं, जो नंदुरबार के पास डोंडाइचा स्टेशन पर एक महिला पॉइंटमैन के रूप में कार्य करती हैं। पश्चिम रेलवे के उपनगरीय खंड सहित विभिन्‍न रेल खंडों पर अनेक महिला ट्रैककर्मी भी अपने दायित्‍व को बखूबी निभा रही हैं। निष्‍ठा, समर्पण, शक्ति और उत्थान के रूप में एक महिला जो प्रदर्शित करती है, वह वास्तव में एक प्रशंसनीय उपलब्धि है।

श्री ठाकुर ने बताया कि अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधान कार्यालय चर्चगेट में एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहाँ मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता डॉ. प्रज्ञा अजिंक्य ने ‘महिला मुक्ति’ पर बात की। कोरोना प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक विभाग की कुछ चुनिंदा महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया और बाकी वर्चुअल माध्यम से जुड़ीं। महिलाओं ने भी इस विषय पर बात की और इस पर लाइव चर्चा भी हुई। मुंबई सेंट्रल मंडल में महिला दिवस समारोह महिला सशक्तिकरण सम्‍बंधी संदेश वाले पोस्‍टर और बैनर लेकर “प्रभात फेरी” के साथ मनाया गया। यह फेरी मुंबई सेंट्रल स्टेशन से मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय तक थी। महिला सशक्तिकरण पर आधारित नुक्कड़ नाटक मुंबई सेंट्रल स्टेशन के पैदल ऊपरी पुल पर आयोजित किया गया। चर्चगेट, वसई रोड, अंधेरी और बोरीवली स्टेशनों पर सखी बंधन आयोजित किया गया, जहाँ सखी बंधन बैंड टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा महिला यात्रियों को बांधा गया। ट्रेनों में योग सत्र आयोजित किया गया और महिला यात्रियों को तनाव दूर करने के तरीकों के बारे में ध्यान सिखाया गया। बोरीवली बुकिंग कार्यालय में एक लेडीज रेस्ट रूम का उद्घाटन किया गया। वसई रोड स्टेशन पर सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाई गई है। वलसाड रेलवे अस्पताल में एक स्वास्थ्य जागरूकता सत्र आयोजित किया गया, जहाँ डॉ. रूपल पटेल ने आंखों से संबंधित बीमारी और ग्लूकोमा के बारे में जानकारी दी। डॉ. अनामिका ने सर्वाइकल एंड ब्रेस्ट कैंसर के बारे में बताया कि इससे कैसे बचा जा सकता है और इसका इलाज कराया जा सकता है। महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन मार्च महीने में किया गया। महिला दिवस के अवसर पर ईएमयू कारशेड विरार में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कोविड महामारी के दौरान लगन एवं निष्‍ठापूर्वक कार्य करने वाली महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।