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यूपी दिवस मनाने की अमरजीत मिश्र की पहल रंग लाई

उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने 24 जनवरी को जैसे ही यूपी दिवस मनाने का प्रस्ताव पारित किया, मुंबई में इस खबर का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। मुंबई बीजेपी महामंत्री अमरजीत मिश्र की संस्था ‘अभियान’ गत 29 साल से यूपी दिवस का आयोजन करती आ रही है।

एक समय मुंबई में यूपी दिवस मनाने का राज ठाकरे ने जमकर विरोध किया था। उनका कहना था कि जब उत्तर प्रदेश में यूपी दिवस नहीं मनाया जाता, तो महाराष्ट्र में मनाए जाने का क्या औचित्य है? एमएनएस के विरोध के कारण उस समय मुंबई में उत्तर प्रदेश के लोगों के अंदर भय जैसा माहौल था। ऐसी स्थिति में भी अभियान ने जोर-शोर से यूपी दिवस मनाया था। मुंबई में अभियान ने पहली बार 1989 में 24 जनवरी को यूपी दिवस मनाने की शुरुआत की थी। उत्तर प्रदेश में भी यूपी दिवस मनाने के लिए अभियान के अमरजीत मिश्र ने खूब प्रयत्न किया। पूर्व की बीएसपी और एसपी की सरकारों को पत्र लिखा, राज्यपालों को पत्र लिखा, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

मुंबई निवासी व पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाईक जब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बने, तब अमरजीत मिश्र ने इसके लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी। दूसरा एक कारण और भी है। राज्यपाल नाईक कई बार अभियान के आयोजन में खुद शामिल हुए थे। खैर, मिश्र ने राज्यपाल नाईक को पत्र लिखकर आग्रह किया कि उत्तर प्रदेश में भी यूपी दिवस मनाया जाए। उस वक्त राज्यपाल नाईक ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को निर्देश भी दिया था, लेकिन अखिलेश नहीं माने। अब जब बीजेपी की सरकार आ गई है, राज्यपाल नाईक के आग्रह पर योगी आदित्यनाथ ने 24 जनवरी को यूपी दिवस मनाने का निर्णय लिया है।

इस घोषणा पर खुशी जताते हुए अमरजीत मिश्र ने कहा, ‘ उत्तर प्रदेश में यूपी दिवस मनाने के लिए मैंने वर्षों तपस्या की, पत्र ही नहीं लिखा बल्कि वहां के जनप्रतिनिधियों से मिला भी। अब जाकर मेरी मांग पूरी हुई है। इसके लिए मैं राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।’