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फेसबुक और रिलायंस के बीच बड़ा सौदा

दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक और मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स के बीच एक बड़ा सौदा हुआ है। सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज अमेरिकी कंपनी फेसबुक ने बुधवार को मुकेश अंबानी के नेतृव वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 5.7 अरब डॉलर यानी 43,574 करोड़ रुपये निवेश का करार किया है। मुकेश अंबानी ने कहा है कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में मदद मिलेगी। अंबानी ने लंबी अवधि के लिए पार्टनर के रूप में फेसबुक का स्वागत किया। फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए 43,574 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की है। है। इस सौदे के बाद फेसबुक अब जियो की सबसे बड़ी शेयरहोल्डर बन गई है। फेसबुक के इस निवेश के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स की एंटरप्राइज वैल्यू 4.62 लाख करोड़ हो गई है।

माइनॉरिटी इंवेस्टमेंट के लिहाज से यह सबसे सबसे बड़ा विदेशी प्रत्क्ष निवेश (FDI) है। दोनों कंपनियों की साझेदारी से रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे और साथ ही बिजनेस बढ़ेगा। इसके अलावा इस सौदे से रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्रुप को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी तथा फेसबुक की भारत में स्थिति और मजबूत होगी।

इस सौदे को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि जब रिलायंस ने 2016 में जियो को लॉन्च किया था तब हम हर भारतीय के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और भारत को दुनिया की अग्रणी डिजिटल सोसाइटी के रूप में प्रचारित करने के सपने से प्रेरित थे। इसलिए रिलायंस के हम सभी लोग भारत के डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित करने और बदलाव लाने के लिए हमारे साझेदार के रूप में फेसबुक का स्वागत करते हैं।

फेसबुक ने कहा, ‘यह निवेश भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जियो भारत में जो बड़े बदलाव लाया है, उससे हम भी उत्साहित हैं। 4 साल से भी कम समय में रिलायंस जियो 38 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लेकर आया है। इसलिए हम जियो के जरिए भारत में पहले से ज्यादा लोगों के साथ जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

इस डील के बाद जुकरबर्ग ने कहा, मैं मुकेश अंबानी और पूरी जियो टीम को उनकी साझेदारी के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं नई डील को लेकर बहुत उत्साहित हूं। वहीं रिलायंस ने एक अलग बयान में कहा कि फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म्स पर 4.62 लाख करोड़ रुपए के प्री-मनी एंटरप्राइज वैल्यू (यूएसडी 65.95 बिलियन अमरीकी डॉलर को 70 रुपए प्रति डॉलर पर चेंज करने के बाद) मानकर निवेश किया।

गौरतलब है कि जियो की शुरुआत 2016 में हुई थी। धीरे-धीरे इसने टेलिकॉम इंडस्ट्री में अपनी धाक जमा ली। टेलिकॉम और ब्रॉडबैंड से लेकर ई-कॉमर्स में इसने अपना विस्तार किया और 38 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच गई। फेसबुक की बात करें तो भारत में इसके 40 करोड़ यूजर्स हैं और इंटरनेट यूजर्स की संख्या इस साल 85 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

एक वीडियो के जरिए मुकेश अंबानी ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने डिजिटल इंडिया मिशन में दो महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं- सभी भारतीयों खासकर आम आदमी के लिए ‘ईज ऑफ लिविंग’ और उद्यमियों खासकर छोटे उद्यमियों के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’। आज मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जियो और फेसबुक के बीच करार से इन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि, ‘मुझे विश्वास है कि आप सभी सुरक्षित हैं। हम सभी और रिलायंस जियो फेसबुक इंक का स्वागत करते हैं। पिछले कुछ साल में, फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम भारत में घरेलू नाम बन गए हैं। व्हाट्सएप भारत की सभी 23 आधिकारिक भाषाओं में उपलब्ध है और लोगों की बोल-चाल की भाषा बन चुका है।’

व्हाट्सएप सिर्फ एक डिजिटल एप्लीकेशन ही नहीं है, बल्कि यह आपका और हम सबका प्यारा दोस्त बन गया है। व्हाट्सएप ऐसा दोस्त है जो परिवारों, दोस्तों, बिजनेस, इंफोर्मेशन चाहने वालों और उपलब्ध कराने वालों को एक साथ लाता है।

जियो के विश्वस्तरीय डिजिटल कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म और भारतीय लोगों के साथ फेसबुक के संबंधों की संयुक्त शक्ति, आप सभी के लिए भविष्य में नए इनोवेशन पेश करेगी। जियो मार्ट और जियो के नए डिजिटल बिजनेस प्लेटफॉर्म को व्हाट्सएप का साथ मिलने पर इसका फायदा मिलेगा। तीन करोड़ दुकानदारों को इसका फायदा मिलेगा। इससे दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को जल्दी और अच्छा डिजिटल ट्रांजेक्शन प्लेटफॉर्म मिल जाएगा। यानी ग्राहक घर के पास की स्थानीय दुकानों से हर रोज आसानी से सामानों की डिलीवरी और ऑर्डर कर सकेंगे।

अंबानी ने कहा, ‘आने वाले दिनों में यह गठजोड़ भारतीय समान के अन्य प्रमुख हितधारकों की सेवा भी करेगा- हमारे किसान, हमारे छोटे और मझोले उद्यम, हमारे छात्र और शिक्षक, हमारे स्वास्थ्य सेवा प्रदाता और हमारी महिलाएं और युवा, जिन्होंने नए भारत की नींव रखी है।’

उन्होंने कहा, ‘हमारी कंपनियां साथ मिलकर भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को गति देंगी, ताकि आप को सक्षम बनाया जा सके और आपको समृद्ध बनाया जा सके। हमारी साझेदारी भारत को दुनिया का अग्रणी डिजिटल समाज बनाने के लिए है।’