चित्रनगरी संवादमंच में रातभर नाटक का मंचन और गीता पर सम्वाद

मुंबई। दीप्ति मिश्र व असीमा भट्ट लिखित, निर्देशित नाटक ‘रात भर’ का मंचन देखने के लिए साहित्य, संगीत और रंगमंच की दुनिया से अच्छी तादाद में लोग पधारे। रविवार 2 जून 2024 को चित्रनगरी संवाद मंच मुम्बई की ओर से मृणालताई हाल, केशव गोरे स्मारक ट्रस्ट, गोरेगांव में आयोजित इस नाटक का प्रथम मंचन शानदार और यादगार रहा। आधुनिक और पारंपरिक सोच की दो महिलाओं को घनघोर बारिश में रात भर साथ रहना पड़ता है।

दोनों की व्यथा कथा को संप्रेषित करने में दीप्ति मिश्र और असीमा भट्ट ने कमाल का अभिनय किया। कहानी और अभिनय दोनों की जमकर तारीफ़ हुई। मंचन के बाद इस प्रस्तुति पर ज़ोरदार चर्चा हुई। वरिष्ठ अभिनेत्री सविता बजाज, राजेंद्र गुप्ता, विष्णु शर्मा, सूरज प्रकाश, अनूप सेठी, रेहाना वजाहत, विभा रानी, सुभाष काबरा, डॉ नांगल, लता हया, मीनू मदन, धर्मेश बोथरा, आर एस विकल और रवि यादव ने इस नाटक के बारे में महत्त्वपूर्ण विचार व्यक्त किये।
शुरूआत में श्रीमदभगवत गीता का दोहानुवाद करने वाले कवि यशपाल सिंह यश ने “आज के समय में गीता” विषय पर वक्तव्य दिया। अपनी पुस्तक से उन्होंने चुनिंदा दोहे भी सुनाए। यश जी के अनुसार अर्जुन की तरह आज किसी भी इंसान को संशय हो जाता है। श्रीमदभगवत गीता आज भी हर संशय के निवारण में समर्थ है।

सुप्रसिद्ध पंजाबी कवि पाश की कविता “सपनों का मर जाना” का पाठ आरजे दिलीप सिंह ने बहुत अच्छे अंदाज़ में किया। काव्य पाठ के सत्र में मशहूर शायरा लता हया, मीनू मदान, अर्चना जौहरी, उषा मौर्य और दिल्ली से पधारी कवयित्री ऋतुपर्णा ने विविधरंगी कविताओं का पाठ किया। लोकप्रिय गायक संगीतकार सुधाकर स्नेह के गायन से कार्यक्रम का समापन हुआ।