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श्री लोहानी का कर्मचारियों से सीधा संवाद

नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री अश्वनी लोहानी ने नई दिल्ली में स्टेट इंट्री रोड स्थित रेल अधिकारी क्लब में “स्वच्छ आचरण, बेहतर रेल” विषय पर आयोजित एक सत्र में रेल कर्मचारियों से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने रेल कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे परिसर का हर कोना साफ-सुथरा और चमकदार दिखना चाहिए. इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. रेल कर्मियों को भी इस अभियान में जुट जाना चाहिए. परिसर को साफ रखने की जिम्मेदारी सिर्फ सफाई कर्मियों की नहीं है.

यात्रियों से करें बेहतर व्यवहार
उन्होंने रेेेल कर्मियों से कहा कि जिस तरह से रेल कर्मचारी व्यवहार करते हुए दिखाई देते हैं उसमें बदलाव लाए जाने की जरूरत है। हमें अपने व्यवहार और सोच को बदलने के लिए आत्म-मंथन करने की जरूरत है.उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ओर से सिर्फ आदेश जारी कर देने और कर्मचारियों को प्रशिक्षण पर भेज देने भर से ही व्यवहारगत परिवर्तन नहीं लाया जा सकता. कर्मचारी जब तक स्वयं को तथा अपने कार्य को लेकर भीतर से प्रसन्न नहीं होगें तब तक यह बदलाव संभव नहीं होगा.

भ्रष्टाचार से छुटकारा पाने की जरूरत
रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि, रेलवे को भ्रष्टाचार से छुटकारा पाना होगा. तभी हमारी सेवाओं में सुधार दिखाई देगा. उन्होंने कहा कि हमारा मानव संसाधन हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, यदि हम अपने कर्मचारियों का ठीक से ध्यान रखेंगे तो वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से ग्राहकों की सेवा करेंगे. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए जरूरी है कि रेल कर्मियों का उचित व्यक्तिगत आचरण और सही कार्यालयी व्यवहार व पेशेवर आचरण हो.

स्वच्छता के मिशन में जुटेें
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने रेल कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारे राष्ट्र ने स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण यात्रा की शुरूआत की है. इस वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जन्मतिथि भी है, ऐसे में हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम स्वच्छता के उस मिशन को पूरा करें जिसमें गांधी जी पूरी निष्ठा के साथ विश्वास करते थे और जिसका उन्होंने स्वयं भी जीवन भर पालन किया.

मुश्किल परिस्थियों में भी डटे रहे रेल कर्मी
इस मौके पर मौजूद उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विश्वेश चौबे कहा कि, जब भोपाल गैस त्रासदी हुई उस समय हमारे स्टेशन के कर्मचारी ही थे जो अपने स्थान पर डटे रहे और उन हजारों यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जिनकी रेलगाड़ियां भोपाल से गुजरने वाली थीं. वहीं हाल ही में जम्मू में आतंकियों द्वारा की गई हिंसा के दौरान एक बार फिर हमारे कर्मचारी मजबूती से डटे रहे । इससे यह साबित होता है कि साहस और दिलेरी में हमारे कर्मचारी किसी से पीछे नहीं है. उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारियों से नई परिस्थतियों के अनुरूप अपने आप को तैयार करने को कहा. उन्होंने कहा कि रेल कर्मियों को सुरक्षित रेल यात्रा को सुनिश्चित करने, स्वच्छता व समयबद्धता के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए.