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डोर-टू-डोर सर्वे से कोई भी घर छूटने न पाए- जिला कलेक्टर

कोटा। जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने डोर-टू-डोर सर्वे के अंतर्गत जिले के प्रत्येक घर तक सर्वे टीम पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले का कोई भी घर सर्वे से नहीं छूट पाए।

जिला कलक्टर बुधवार को डोर-टू-डोर सर्वे और वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के द्वारा बैठक को संबोधित कर रहे थे। जिला कलक्टर ने उपखण्डवार डोर-टू-डोर सर्वे कार्यों और वैक्सीनेशन की समीक्षा की और जिले में कोरोना संक्रमण की शीघ्र रोकथाम के लिए संसाधनों की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की।

जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि डोर-टू-डोर सर्वे के अंतर्गत सर्दी, जुकाम और खांसी के रोगियों का चिन्हीकरण कर उन्हें तुरन्त दवाईयां उपलब्ध कराई जाए। रैपिड एंटीजन टेस्ट के द्वारा पॉजिटिव व्यक्ति की जानकारी की जाए। उन्होंने बताया कि प्रत्येक ब्लॉकवार रैपिड एंटीजन टेस्ट के 500 किट उपलब्ध करा दिए गए हैं और 500 किट शीघ्र ही आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने किट का अधिकाधिक उपयोग कर संक्रमितों की पहचान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि एक भी संक्रमित छूटता है तो वह अन्य को संक्रमित करेगा। अतः ऐसे प्रयास किए जाएं कि एक भी संक्रमित सर्वे से नहीं छूटे। संक्रमित पाए जाने पर उसे तुरन्त आइसोलेट किया जाए।

जिला कलक्टर ने वैक्सीनेशन कार्य की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वैक्सीन का समय पर उपयोग हो और वैक्सीन खराब नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आवश्यकतानुसार गांवों में निरन्तर सेनेटाइजेशन और हाइपोक्लोराइड का छिड़काव कराने के निर्देश दिए।

ब्लॉक के चिकित्सा केंद्रों में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट

जिला कलक्टर ने कहा कि जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालय के चिकित्सा संस्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि चंबल केमिकल एन्ड फर्टीलाइजर द्वारा सीएसआर फंड से स्थापित किये जाने वाले इन प्लांटों की स्थापना के बाद ब्लॉक मुख्यालयों पर भविष्य में ऑक्सीजन की कमी नही रहेगी। उन्होंने अधिकारियों को स्थान चिन्हित कर शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने सर्वे टीम को ऑक्सीमीटर एवं थर्मल स्कैनर भी उपलब्ध कराने तथा कोविड बचाव के सुरक्षात्मक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर आर.डी.मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन नरेन्द्र जैन, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ममता तिवाड़ी, प्रशिक्षु आईएएस मृदुल सिंह, आईसीडीएस की उप निदेशक कृष्णा शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेन्द्र सिंह तंवर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।