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अस्तित्व ग्रामीण हस्तशिल्प द्वारा छत्तीसगढ़ की ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण

अस्तित्व महिला साक्षरता एवं सशक्तिकरण फाउंडेशन – रायपुर छत्तीसगढ़, महिलाओं की उन्नति में विश्वास रखता है ताकि वे अपनी पहचान बना सकें और आर्थिक विकास और समृद्धि में सार्थक रूप से भाग ले सकें।

अस्तित्व ग्रामीण हस्तशिल्प बेरोजगार ग्रामीण महिलाओं के बीच कौशल विकास को बढ़ावा देने और उन्हें व्यापार के अवसरों को सुरक्षित करने में मदद करने के लिए ‘पहचान’ परियोजना के तहत एक “अपस्किलिंग-टू-सेल्फ-रिलायंस’ जमीनी स्तर की पहल पर फोकस करता है। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में निवेश, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और महिलाओं के नेतृत्व वाले सूक्ष्म व्यवसाय में समावेशी आर्थिक विकास की दिशा में एक सीधा रास्ता तय करता है।

अस्तित्व फाउंडेशन ने मधुबनी कला पर प्रशिक्षण सत्र प्रदान किया। ग्रामीण महिलाओं को सामग्री, उपकरण, कला आपूर्ति और एक ऑनलाइन बिक्री मंच भी प्रदान किया गया। परिणामस्वरूप, ग्रामीण छत्तीसगढ़ की दो ऐसी युवा महिला कारीगरों – स्वाति वर्मा और नताशा वर्मा द्वारा उत्कृष्ट हाथ से पेंट किए गए लकड़ी का पीढ़ा, टी- कोस्टर्स, और चौकी बनाए और बेचे गए। दोनो ही लड़कियाँ अस्तित्व फाउंडेशन के अन्तराष्ट्रिय मेंटोरिंग प्रोग्राम की छात्रा रही हैं और उनकी बनाई हुई कलाकृतियाँ अमेरिका भी पहुंची जिसे लोगों ने बहुत सराहा।

अभी हाल ही में उन्हें चालीस हजार रुपये का एक बड़ा दिवाली ऑर्डर मिला है। रायपुर के वी वाई अस्पताल उन बड़े कॉर्पोरेट ग्राहकों में से एक है, जिन्होंने इस त्योहारी सीजन में ‘मेड-इन-छत्तीसगढ़’ का समर्थन करते हुए और राज्य की ग्रामीण महिलाओं के घरों को रोशन करने के लिए हस्तशिल्प वस्तुओं का ऑर्डर दिया। कच्चा माल पूरी तरह से छत्तीसगढ़ में सोर्स किया जाता है जिससे स्थानीय सूक्ष्म व्यापार मालिकों को समृद्ध होने में मदद मिलती है। ये अस्तित्व फ़ाउंडेशन के महिला सशक्तिकरण की एक उत्कृष्ट कहानी है ।

कार्यबल में भागीदारी के लिए बुनियादी बाधाओं को दूर करके, अस्तित्व फाउंडेशन सामाजिक सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक के रूप में महिलाओं की क्षमता को प्रदर्शित करता है।