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सनग्रेस हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज में मेधावी छात्रों का सत्कार समारोह

मुंबई: घाटकोपर (प) के हिमालया सोसायटी के समीप स्थित सनग्रेस हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज के कक्षा दसवीं और बारहवीं में उत्कृष्ट अंक पाने वाले मेधावी छात्रों का सत्कार समारोह बुधवार को हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। खास बात यह है कि मध्यमवर्गीय इलाके में चलाए जा रहे इस विद्यालय का कक्षा दसवीं का परीक्षाफल कई सालों से शत प्रतिशत आ रहा है।

गौरतलब हो कि घाटकोपर (प) के हिमालया सोसायटी में विगत डेढ़ दशक पहले शुरू हुए सनग्रेस विद्यालय ने इतने कम समय में संपूर्ण परिसर में अपना एक अलग ही मुकाम हासिल किया है। इस विद्यालय के अनेक मेधावी छात्र भारत ही नहीं विदेशों में भी पहुंचकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। समारोह में प्रमुख अतिथि वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने आरटीआई ऐक्टिविस्ट अनिल गलगली थे। अनिल गलगली ने समारोह में शामिल शिक्षक, विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश २१वी सदी में चल रहा है। कंप्यूटर और विज्ञान के इस युग में अभिभावक अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए जी तोड़ मेहनत करें। क्योंकि मेडिकल का क्षेत्र हो या इंजीनियरिंग का या फिर वाणिज्य या कला संकाय का सभी क्षेत्रों में प्रतियोगिता की आंधी बह रही है। छात्र उसके लिए तैयार रहें। अनिल गलगली ने सनग्रेस हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज के ट्रस्टी भालचंद्र दलवी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इतने कम समय में दलवी सर ने जो एक शिक्षा का पौधा लगाया था आज एक वटवृक्ष बन गया है। गुणवत्ता के मामले में इस विद्यालय का कोई जोड़ नहीं है। जिसके लिए गलगली ने विद्यालय के शिक्षकों को ढेर सारी शुभकामनाएं दी। गलगली ने कहा कि हाल ही में यूपीएससी के रिजल्ट आए जिसमें बड़ी संख्या में लड़कियां भी उत्तीर्ण हुई हैं इससे साफ जाहिर होता है कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी तुलना में कम नहीं हैं। उन्होंने कक्षा दसवीं और बारहवीं में उत्कृष्ट अंक पाने वाले विद्यार्थियों और उनके माता पिता को हार्दिक शुभकामनाएं दी।

विद्यालय के ट्रस्टी भालचंद्र दलवी ने कहा कि वर्ष २००५ से शुरू हुए सनग्रेस विद्यालय के छात्र आज भारत के अलावा विदेशों में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। पिछले डेढ़ साल से कोरोना के कारण चल रहे लॉकडाउन की वजह से बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। जिसके कारण मेधावी छात्रों के सम्मान समारोह में बच्चो के साथ उनके अभिभावक भी काफी प्रफुल्लित थे। वीर सावरकर हाई स्कूल और जूनियर कॉलेज के प्रधानाचार्य उमाशंकर राजभर ने कहा कि पढ़ाई में विद्यार्थी शॉर्ट कट जाने की कोशिश न करें। बल्कि मेहनत और लगन के साथ जिस विषय में उनकी रुचि हो उसका चयन करते हुए अपनी पढ़ाई को पूरी मेहनत के साथ करें। इस अवसर पर कक्षा दसवीं और बारहवीं में प्रथम, द्वितीय क्रमांक पाने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों का सम्मान किया गया। समारोह में विद्यालय के अनेक शिक्षक छात्र, छात्राएं तथा उनके अभिभावक उपस्थित थे। इस मौके पर शिक्षाविद हरिशचन्द्र पाठक, प्रिंसिपल कुसुम यादव, वैशाली कदम उपस्थित थे।