नई दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने भारत सरकार की नई कृषि निर्यात नीति के बारे में जानकारी साझा की. प्रभु ने कहा कि कृषि विशिष्ट क्षेत्रों में नई नीतियों को जल्द ही लागू किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि इससे किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी.
सुरेश प्रभु ने कहा कि भारत बागवानी उपज सहित लगभग 600 मीट्रिक टन कृषि उत्पादों का उत्पादन करता है. इसके साथ ही कहा कि यह रणनीति किसानों की आय को दोगुना करने के साथ ही खाद्य उत्पादों की बर्बादी को कम करने पर विशेष ध्यान देगी. वे बॉयोफेच इंडिया के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे.
श्री प्रभु ने आगे बताया कि घरेलू रणनीति में बदलाव के साथ ही सरकार विदेश से जुड़े कृषि उत्पाद मामलों में भी सुधार करने के बारे में विचार कर रही है. सुरेश प्रभु ने आगे कहा कि ऑरगेनिक भोजन के विशिष्ट बाजार को पूरा करने की आवश्यकता है.
श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि विभिन्न जलवायु स्थितियों के चलते ही भारत के पास विभिन्न ऑर्गेनिक उत्पादों का उत्पादन करने की क्षमता है. भारत में पुराने जमाने से ही ऑरगेनिक खेती होती रही है. इस बात का भी भारत को लाभ मिलता है. देश-विदेश में ऑर्गेनिक उत्पादों की मांग बढ़ने से ऑर्गेनिक खेती करने वालों को भी बड़ा फायदा हुआ है.
ऑर्गेनिक उत्पादकों की कुल संख्या में भारत का स्थान पहला है, वहीं विश्व ऑर्गेनिक कृषि भूमि में भारत का नंबर 9वां है. बायोफाच इंडिया गुरुवार को नई दिल्ली में कृषि और संसाधित खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) और इंडो-जर्मन वाणिज्य द्वारा आयोजित ऑर्गेनिक उद्योग पर दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन कर रहा है.
यह कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा. कार्यक्रम में भूटान, तिब्बत, जर्मनी जैसे देशों से लोगों ने हिस्सा लिया है. रीजनल सेल्स मैनेजर पुनीत भारद्वाज ने भी पेस्टीसाइड के साइड इफेक्ट बताते हुए ऑर्गेनिक खेती के फायदे के बारे में बात की.