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केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्तालय में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह

मुंबई / थाणे। केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्तालय, ठाणे में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात आलोचक और मुंबई विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.करुणाशंकर उपाध्‍याय जी ने जानकारी दी कि हिंदी इस समय संपूर्ण विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाली भाषा है। वह वैश्विक स्पर्धा के वर्तमान दौर में हर जगह अपनी उपयोगिता सिद्ध कर रही है। इस समय भारत सरकार और बाजार की शक्तियां उसके संख्याबल को पहचान कर ही अपनी योजनाएं क्रियान्वित कर रही हैं।

आज मीडिया, सोशल साइट्स, इंटरनेट और मनोरंजन के क्षेत्र में वह वर्चस्वकारी भूमिका में है। अब विकसित देश भी हिंदी के प्रति रुझान महसूस कर रहे हैं। इस कारण संयुक्त अरब अमीरात ने हिंदी को अपनी तीसरी आधिकारिक भाषा बना दिया है। हमारी सरकार नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से हिंदी और भारतीय भाषाओं को शिक्षा का माध्यम बना रही है जिससे उच्च स्तरीय मौलिक शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उसे ह्वाइट हाउस से संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा के मंच तक पहुंचा दिया है। भारत की विकासमान अर्थव्यवस्था उसके लिए वरदान सिद्ध हो रही है। अतः वर्तमान सदी हिंद और हिंदी की होने जा रही है, आने वाला समय हमारा है।

इस अवसर पर केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्त श्री राजन चौधरी ने हिंदी को जोड़ने वाली भाषा बतलाया और उन्होंने चेन्नई में अपने कार्यकाल के समय 95% तक हिंदी में कार्य करवाने का उदाहरण दिया। आपने कहा कि अब दक्षिण में भी लोग हिंदी तेजी से सीख रहे हैं और वहां भी हिंदी पखवाड़ा जोर- शोर से मनाया जाता है। आयुक्त महोदय ने शत- प्रतिशत कार्य हिंदी में करवाने के लिए उचित मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर हिंदी पखवाड़े में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। अपर आयुक्त श्री विजय जे. मानवटकर ने कार्यक्रम का सफल संयोजन किया और अंत में अपर आयुक्त श्री सतीशचंद्र ने उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त किया । इस मौके पर अच्छी संख्या में आयुक्तालय के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। सभी ने डॉ. उपाध्याय के वक्तव्य को मंत्रमुग्ध होकर सुना और उसकी सराहना की।

आयुक्त,
केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्तालय,
ठाणे.