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शिकागो में भारतीय स्त्री शक्ति ने मनाया महिला दिवस

मनीष मीडिया ने इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ वैदिक वेलनेस के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह और 8 मार्च, 2022 को हॉफमैन एस्टेट्स, आईएल में मैरियट में मनीष मीडिया की नई किताब, “इंडिया कॉलिंग 2022” के विमोचन के उपलक्ष्य में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन अमेरिका के शिकागो शहर में किया गया। इंडिया कॉलिंग 2022 भारत के प्रधान मंत्री, माननीय श्री मोदी जी की माँ आदरणीया हीराबेन मोदी जी, जिनकी उम्र 102 वर्ष है, को समर्पित एक पुस्तक है! यह पुस्तक भारतीय प्रधान मंत्री मोदी जी की 113 शानदार विदेश यात्राओं और उनके नेतृत्व के दौरान उन यात्राओं के परिणामों को भी दर्शाती है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर क्षेत्र में महिलाओं की उल्लेखनीय कड़ी मेहनत और उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए दुनिया भर में मनाया जाता है।इस असाधारण घटना ने दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए महिलाओं के महत्वपूर्ण प्रयासों का सम्मान करते हुए महिला सशक्तिकरण को भी स्वीकार किया। गरिमापूर्ण जीवन हर महिला का जन्मसिद्ध अधिकार है। महिला सशक्तिकरण हर देश के विकास को आगे बढ़ाने की कुंजी है। सशक्त महिलाएं पूरे परिवारों और समुदायों के स्वास्थ्य और उत्पादकता में योगदान करती हैं और अगली पीढ़ी के लिए बेहतर संभावनाएं प्रदान करती हैं।

डॉ. श्रीमती संतोष कुलश्रेष्ठ कुमार -मेट्रोपॉलिटन एशियन फ़ैमिली सर्विसेज, यूनिवर्सल मेट्रो एशियन सर्विसेज और इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ वैदिक वेलनेस के संस्थापक कार्यकारी निदेशक, श्री चंदमल कुमावत – मनीष मीडिया के अध्यक्ष के साथ भागीदारी की और इस ऐतिहासिक आयोजन को संभव बनाया। सभी की जरूरतों को पूरा करने और 40 से अधिक वर्षों से उनकी निस्वार्थ सामुदायिक सेवा के प्रति समर्पण के लिए डॉ. श्रीमती कुमार को “शिकागो की मदर टेरेसा” के रूप में नामित किया गया था।

अपने संगठनों के माध्यम से, डॉ. श्रीमती कुमार ने पिछले 30 वर्षों में वरिष्ठ नागरिकों के सशक्तिकरण के लिए एक सिद्ध सफल बहु, अनुशासनात्मक मार्ग की स्थापना की है। श्रीमती कुमार ने वरिष्ठ नागरिकों को उनकी जन्मजात प्रतिभा को पोषित करने, उनके अभूतपूर्व विचारों को समृद्ध करने और एक वैश्विक मॉडल बनने वाले नवीन अनुभवों में संलग्न होने के लिए सामूहिक कार्रवाई के लिए एक व्यापक ढांचा प्रदान किया है। उन्होंने बहुजातीय वरिष्ठ नागरिक आबादी, विशेष रूप से भारतीय डायस्पोरा को रोजगार के अवसरों के साथ आवश्यक सेवाएं प्रदान करके, प्रति वर्ष 10,000 से अधिक नौकरियां सृजित करके, 10,000 से अधिक मात्र घरों में ही रहने वाले वरिष्ठ लोगों को होमकेयर सेवाएं प्रदान की ,जिनमें से ज्यादातर भारतीय प्रवासी हर साल अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को एकीकृत करके हासिल किया है। इस डिजिटल युग में उनकी सेवा के मॉडल को भारत सहित दुनिया के कई हिस्सों में दोहराया जा रहा है।

श्रीमती संतोष कुमार (जिन्होंने एक वैश्विक नेटवर्क और एक कार्यात्मक मंच की स्थापना की) ने संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत में , न्यू इंडिया के प्रचार और प्रचार के लिए श्रमसाध्य प्रयास किए। श्रीमती संतोष कुमार ने भारतीय अमेरिकियों और भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के द्वारपालों को सभी के विकास के लिए प्रधान मंत्री मोदी के विजन के लिए प्रेरित और संवेदनशील बनाया। श्रीमती संतोष कुमार इस COVID 19 महामारी के दौरान कमजोर भारतीय अमेरिकी वरिष्ठ आबादी के लिए आशा और सेवा और देखभाल का प्रकाशस्तंभ बनी हैं ।

इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ वैदिक वेलनेस सेंटर का मिशन प्राचीन ज्ञान के माध्यम से ज्ञान, शांति और स्थिरता प्रदान करना है, जिसके परिणामस्वरूप सभी के लिए तनाव मुक्त और दर्द मुक्त जीवन शैली बन जाती है। इस तरह की जीवन शैली को प्राप्त करने से अधिक स्थिर और शांतिपूर्ण दुनिया को बनाए रखने में मदद मिलेगी और वर्तमान समय में रूस/यूक्रेन युद्ध जैसे युद्धों से बचने में मदद मिलेगी।

कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. श्रीमती संतोष कुमार, श्री नील खोत, श्री किशोर मेहता, आचार्य रोहित जोशी, डॉ. राकेश अस्थाना, श्री चंदमल कुमावत और सुश्री मार्ता परेय द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। रोशिता पांडे और राधिका सुब्रमण्यम ने कंपेयरिंग का बेहतरीन काम किया है।

डॉ. श्रीमती संतोष कुमार ने अपने स्वागत भाषण की शुरुआत महिलाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए की और प्रत्येक महिला को अपने अधिकारों के लिए खड़े होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने दुनिया को प्रधान मंत्री मोदीजी जैसा खजाना प्रदान करने के लिए श्रीमती हीराबेन मोदी को दिल से धन्यवाद दिया। उन्होंने मोदी जी की प्रशंसा की क्योंकि वे प्राचीन वेदों के दर्शन को जीते हैं जो मानते हैं कि पूरी दुनिया शांति, सद्भाव और समृद्धि में रहने वाला एक परिवार है!

ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः।
सर्वे सन्तु निरामयाः।
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।
मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥

ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥

सभी सुखी और समृद्ध रहें,सभी रोगमुक्त रहें
सभी देखें कि आध्यात्मिक रूप से उत्थान क्या है,किसी को कष्ट न हो
ओम शांति, शांति, शांति”

उन्होंने अपने पति की सफलता के पीछे नारी शक्ति होने के लिए श्रीमती कुमावत की सराहना की। श्री नील खोत, श्री किशोर मेहता, आचार्य रोहित जोशी, डॉ राकेश अस्थाना, श्री चंदमल कुमावत और सुश्री मार्ता परेय ने अपना भाषण दिया और उन्होंने दुनिया भर में महिला की सराहना की।

मधुरा साने ने अपने मंत्रमुग्ध कर देने वाले देशभक्ति नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी ग्रेस और डांस तकनीक देखने लायक थी।

श्रव्य दृश्य कवरेज और फोटोग्राफी कुशलता से ऋचा चंद ने तथा एशियन मीडिया यूएसए के श्री बोडीवाला मिल कर किया। महिला दिवस पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को पुस्तक और आजादी का अमृत महोत्सव शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। पुरस्कार पाने वालों में डॉ. नर्मदा कुप्पुस्वामी, रचना श्रीवास्तव, रंजना भार्गव, पद्मा मेहता, चंचल झिंगन, सिंथिया प्रभाकर, शशि जैन, बीट्रिस गोंजालेज, बलवंत भारद्वाज, अरुणा शाह,मंजू चेकर, मंजू कालरा, कृष्णा महाजन, भगवतीबेन रूपारेल, प्रोमिला मेहता, जागृति जगतिया, पंकज के पटेल, सुधा गांधी, शकुंतला पटेल, ज्योतिबेन शाह, यशोधरा भट्ट, तृप्ति मल्होत्रा, मीरा मेहता, गुरुवचन कौर (नीलम), साधना वैश, सरोज टोपीवाला, शकुंतला मेहता,प्रवेश कुलश्रेष्ठ, त्रिगुण दवे, शोबना नागोरी, मार्ता परीरा दीप्ति शाह, सुची सुंदर, डॉ अंजू अस्थाना, डॉ फिरदौस जाफरी, डॉ सोनल पटेल, डॉ मोनाली, फाल्गुनबेन प्रजापति, रंजन शाह, श्रीमती विजय शर्मा, राधा जिगर . प्रेमिला पटेल, ईवा कांट्रेक्टर, निर्मला टोपीवाला, अविला गोंजालेज शामिल थे। इसके बाद दोपहर का शानदार भोजन परोसा गया, जिसके दौरान मधुरा गाने ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।

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रचना श्रीवास्तव अमेरिका में रहती हैं और वहां की गतिविधियों पर नियमित रूप से लिखती हैं।