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इन लोगों का कोई ईमान धरम है भी कि नहीं?

प्रोपेगेंडा वेबसाइट आल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर पर एक बच्ची को ऑनलाइन प्रताड़ित करने के आरोप में FIR दर्ज को गई है। यह जुबैर के साथी प्रतीक सिन्हा सहित पूरे लिबरल गैंग को नागवार गुजरा है। गैंग जुबैर के समर्थन में अभियान चला रहा है। इसे 4 साल के बच्चे को गाली देने वाली स्वरा भास्कर का समर्थन भी मिला है।

स्वरा भास्कर ने मोहम्मद जुबैर के समर्थन में ट्वीट कर उनसे हिम्मत बनाए रखने का कहा है। स्वरा के इसी पोस्ट के बाद यूजर्स की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ लोग जुबैर पर लगे आरोपों के बाद भी उनके समर्थन में खड़े नजर आए तो कुछ ने स्वरा भास्कर को पाखंडी बताया।

एक यूजर ने स्वरा भास्कर के दो चेहरों की पोल खोलते हुए दो तस्वीरें शेयर की। एक उनके हालिया ट्वीट की जिसमें उन्होंने जुबैर को समर्थन दिया। दूसरी कठुआ रेप के दौरान उनकी प्रतिक्रिया की। क्रिश नाम के यूजर ने लिखा कि स्वरा भास्कर के 2 चेहरे हैं। पहला कठुआ रेप केस में वह प्लेकार्ड लिए दिखती है और दूसरी तरफ एक बच्ची को प्रताड़ित करने वाले का समर्थन करती हैं। यूजर लिखता है कि अब स्वरा अपने पाखंड के माउंट एवरेस्ट पर पहुँच चुकी हैं।

कुछ लोग सोशल मीडिया पर उनकी वह वीडियो भी शेयर कर रहे हैं जिसमें स्वरा भास्कर कसम खाकर कहती हैं कि उन्हें पाकिस्तान में बहुत प्यार मिलता है। वह न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, इस्तांबुल जैसी बहुत जगह घूमी हैं, लेकिन उन्हें लाहौर के सामने सब फेल लगते हैं।

इसके अलावा एक यूजर पूछता है कि आखिर यह कैसा दोग@#* है कि आज स्वरा भास्कर उस बच्ची के साथ न खड़े होकर, बच्ची का इस्तेमाल करने वाले भेड़िए के साथ खड़ी है।

वहीं एक अन्य यूजर लिखता है, “एक बच्ची को अब्यूज करने वाले के साथ आप खड़ी हैं। वैसे कोई हैरानी भी नहीं हुई। आप हमेशा टुकड़े-टुकड़े गैंग, आतंकवादियों और देश के खिलाफ बोलने वालों के साथ ही खड़ी पाई गई हैं।”

गौरतलब है कि 5 सितंबर को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने जानकारी दी थी कि ‘ऑल्टन्यूज़’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। NCPCR के अध्यक्ष ने ट्विटर पर इसकी सूचना देते हुए बताया कि आयोग की ‘एक्शन टेकेन रिपोर्ट’ के अनुसार, नाबालिग लड़की की ऑनलाइन प्रताड़ना के आरोप में मोहम्मद जुबैर के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज की गई।

इससे पहले प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘ऑल्टन्यूज़’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर द्वारा छोटी बच्ची की तस्वीर सार्वजनिक करने, धमकियाँ देने और टॉर्चर करने के आरोप में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने ट्विटर को नोटिस भेजा था। आयोग ने कहा था कि वह इस मामले में स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है और इसके लिए ट्विटर के सीनियर मैनेजर्स को 4 सितम्बर को उपस्थित होना होगा। अब उन्हें 10 दिन का फिर से समय दिया गया है।

साभार- https://hindi.opindia.com/ से