1

काव्य गौरव अलंकरण के लिए वाचिक परम्परा के पाँच कवि चयनित

नरेंद्र पाल जैन, सोनल जैन, एकाग्र शर्मा, मनुव्रत वाजपेयी और धीरज चौहान को काव्य गौरव अलंकरण

इंदौर। हिन्दी भाषा की वाचिक परम्परा से मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा पाँच कवियों को प्रतिवर्ष काव्य गौरव अलंकरण प्रदान किया जाता है। इस वर्ष ऋषभदेव राजस्थान से नरेन्द्र पाल जैन, सूरत से सोनल जैन, लखनऊ से मनुव्रत वाजपेयी, तथा इन्दौर से एकाग्र शर्मा व धीरज चौहान का चयन किया गया है। यह अलंकरण संस्थान के प्रतिष्ठा प्रसंग हिन्दी गौरव अलंकरण समारोह में प्रदान किया जाएगा। इंदौर में यह समारोह रविवार 25 फ़रवरी को आयोजित किया जा रहा है।

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने बताया कि ‘संस्थान विगत चार वर्षों से वाचिक परम्परा के पाँच युवा कवियों को काव्य गौरव अलंकरण से सम्मानित करता है, जिसमें वर्ष 2024 के लिए चयन समिति ने देशभर से प्राप्त अनुशंसाओं के आधार पर कवियों का चयन किया है।

संस्थान के मध्य प्रदेश अध्यक्ष कवि अमित जैन मौलिक व अलंकरण संयोजक कवि गौरव साक्षी ने बताया कि ‘कवि सम्मेलन का शताब्दी वर्ष होने से वर्ष 2024 के अलंकरण समारोह में विशिष्टता रहेगी, कवियों का चयन देश के विभिन्न प्रान्तों से होता है, विगत तीन वर्षों में पंद्रह कवि काव्य गौरव अलंकरण से सम्मानित हो चुके हैं।’

काव्य गौरव से अलंकृत होने वाले कवियों को मातृभाषा उन्नयन संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. नीना जोशी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष शिखा जैन, राष्ट्रीय सचिव गणतंत्र ओजस्वी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य नितेश गुप्ता, भावना शर्मा, सपन जैन काकड़ीवाला, प्रेम मंगल सहित समस्य प्रदेश इकाईयों द्वारा शुभकामनाएँ प्रेषित की गई हैं।