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मुंबई की महापौर ने पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल का दौरा किया

पश्चिम रेलवे का जगजीवन राम अस्पताल कोविड रोगियों के इलाज के लिए प्लाज़्मा थेरेपी शुरू करने वाला भारत का पहला रेलवे अस्पताल बना

मुंबई। मुंबई की माननीया महापौर श्रीमती किशोरी पेडनेकर ने मुंबई सेंट्रल स्थित पश्चिम रेलवे के अग्रणी कोविड समर्पित जगजीवन राम अस्पताल का दौरा किया और यहॉं उपलब्ध विभिन्न विशिष्ट सुविधाओं की स्थिति का निरीक्षण किया। यह अस्पताल वर्तमान में न केवल रेलवे के कोविड रोगियों, बल्कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा रेफर किये गये रोगियों का भी इलाज़ कर रहा है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के ऊर्जावान नेतृत्व में पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी सम्भव हो पाई है, जिसके फलस्वरूप इस प्रतिष्ठित अस्पताल को प्लाज्मा डोनेशन और थेरेपी शुरू करने वाला भारतीय रेलवे का भारतीय रेलवे का पहला अस्पताल बनने का गौरव हासिल हुआ है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जेआरएच में प्लाज़्मा थेरेपी के लिए प्लाज़्मा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कोविड संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके विभिन्न आरपीएफ कर्मियों द्वारा प्लाज़्मा दान किया गया है। जेआरएच के संयुक्त निदेशक डॉ. रमेश कुमार ने माननीया महापौर श्रीमती किशोरी पेडनेकर का उनके अस्पताल पहुँचने पर स्वागत किया और जेआरएच के विभिन्न पहलुओं के बारे में उन्हें जानकारी दी। श्रीमती पेडनेकर ने अपने दौरे के अंतर्गत कोविड रोगियों के लिए जेआरएच में दी गई सभी सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया।

उन्होंने अस्पताल की कार्यशैली, प्रोटोकॉल, इसकी सफाई व्यवस्था और कोविड पॉज़िटिव रोगियों के इलाज के लिए नवस्थापित प्लाज्मा थेरेपी सहित कोरोनावायरस के उपचार हेतु आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की खुले दिल से प्रशंसा की। श्रीमती पेडनेकर ने आवश्यक प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए पश्चिम रेलवे द्वारा विशेष रूप से नवस्थापित प्लाज़्मा बैंक का दौरा भी किया और रेलवे अस्पताल में बड़े पैमाने पर प्लाज़्मा की उपलब्धता की सराहना की। गौरतलब है कि पश्चिम रेलवे का जगजीवन राम अस्पताल, भारतीय रेलवे के सभी अस्पतालों के बीच प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने वाला पहला रेलवे अस्पताल है और उन पाँच अस्पतालों में से एक है, जो प्लाज़्मा थेरेपी कर रहे हैं। जेआरएच के सीनियर डिवीजनल मेडिकल ऑफिसर और ब्लड बैंक के प्रमुख डॉ. योगानंद पाटिल ने बताया कि अब तक, जेआरएच ने कोविड महामारी को मात देने वाले 32 व्यक्तियों द्वारा डोनेट किया गया प्लाज़्मा एकत्र किया है, जो 22 कोविड पॉज़िटिव मरीज़ों को दिया गया और इन सभी 22 रोगियों को कोविड संक्रमण से सफलतापूर्वक मुक्ति दिलाने में बड़ी कामयाबी हासिल हुई।

श्री ठाकुर ने बताया कि पहले एक नर्स भी रह चुकी माननीया महापौर श्रीमती पेडनेकर ने जगजीवन राम अस्पताल में मरीज़ों के प्रवेश और इलाज़ की सभी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर इसकी समीक्षा भी की और इस अस्पताल के उल्लेखनीय रिकवरी रेट से आप काफी प्रभावित हुईं। गौरतलब है कि 25 जुलाई, 2020 को पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल ने अपने 1000 वें पूर्ण रूप से ठीक हो चुके कोविड पॉजिटिव रोगी को डिस्चार्ज किया था। 30 जुलाई, 2020 तक इस अस्पताल में भर्ती होकर पूरी तरह से ठीक हो चुके कोविड पॉजिटिव रोगियों की संख्या 1086 तक पहुँच गई है। श्री ठाकुर ने कहा कि जेआरएच ने 78% की रिकवरी दर दर्ज की है जो देश भर के सभी रेलवे अस्पतालों में सबसे अधिक है। श्रीमती पेडनेकर ने अपने दौरे में अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत के दौरान कभी भी आवश्यक होने पर बीएमसी की ओर से हरसम्भव मदद उपलब्ध कराने की पेशकश भी की।