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सत्तर हज़ार मछलियों को दिया अभयदान

दिल्ली में संपन्न हुआ अनूठा जीव दया कार्यक्रम

नई दिल्ली। जैन धर्म के तेबीसवें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के 2900वें जन्म कल्याणक के उपलक्ष्य में दिल्ली की श्री श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन सभा, अशोक विहार एवं जीवदया संस्थान ने अहिंसा व करुणा का अनूठा आदर्श प्रस्तुत किया है।

भगवान पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक के दिन ही श्रमण संघीय राजस्थान प्रवर्तक डॉ. राजेंद्र मुनि का सत्तरवां जन्मदिवस होने से लगभग 70000 (सत्तर हज़ार) जीवित मछलियों को दिल्ली की ग़ाज़ीपुर मछली मंडी से खरीदकर मुरादनगर से बहती गंगा नदी में प्रवाहित की।

श्रमण संघीय वरिष्ठ उपाध्याय प्रवर श्री रमेश मुनि जी म. के पावन सानिध्य में साहित्य दिवाकर डॉ सुरेंद्र मुनि की पावन प्रेरणा से संपन्न हुए इस कार्य में जीव दया प्रेमियों ने बढ़चढ़कर इस पुनीत कार्य के लिए अपनी अर्थ लक्ष्मी का सदुपयोग किया।

जीवदया के इस अनुपम और प्रेरणादायी कार्य के लिए श्रमण डॉ. पुष्पेंद्र ने सभा और जीव दया संस्थान के सदस्यों की अनुमोदना की और कहा कि इससे मांसाहारी लोगों को प्रेरणा लेकर मांसाहार त्याग करना चाहिए और उन्हें करुणामय शाकाहारी जीवनशैली अपनानी चाहिए।