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स्वास्थ्य कल्याण एवम् मेडिकल टूरिज़्म के अवसरों पर संगोष्ठी का आयोजन

नई दिल्ली।भारत में स्वास्थ्य कल्याण एवम् मेडिकल टूरिज़्म पर जोर देने और इनके अवसरों की पहचान विषय में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। हेल्थ एंड वेलनेस मेडिकल टूरिज़्म एसोसियेशन (एच.डब्लू.एम.टी.ए.) द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता भारत में अल्जीरिया के राजदूत श्री हमजा याहिया चेरिफ ने की। इस मौके पर माननीय विदेश राज्य मंत्री जनरल डाॅ. वी.के. सिंह बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे। संगोष्ठी के दौरान मेडिकल टूरिज़्म उद्योग के विभिन्न हितधारकों द्वारा इसे और बेहतर बनाने की दिशा में काम करने पर विचार-विमर्श किया गया।

जनरल वी.के. सिंह ने कहा अच्छा स्वास्थ्य एक सहस्राब्दी विकास लक्ष्य है और इसे हासिल करने के लिए लगातार काम करना होगा। जब मैं सेना में था उस समय में प्रतिकूल परिस्थितियों में अच्छा स्वास्थ्य प्रोत्साहित करता था आगे बढ़ने के लिए। स्वास्थ्य सेवाओं में नाम अहम् भूमिका निभाते हैं क्योंकि आपसी सलाह के दौरान यह नाम ही महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकों, फैसीलिटीज़ की ब्रांडिंग जरूरी है जिससे कि लोग इसके बारे में जाने, इससे जुड़ने में रूचि दिखायें और यह ब्रांडिंग तब हो सकेगी जब हम ऐसी सुविधायें दे पायेंगे जो अपने आप में सशक्त है और यह सुविधायें एफोर्डेबल हों। जनरल सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने हेतु मुझे लगता है कि हमें और अधिक डाॅक्टरों की जरूरत है। साथ ही हेल्थ वर्कर्स की भी आवश्यकता है जिनको प्रशिक्षित किया जा सके, इसके लिए फेसिलिटीज़ को बढ़ाना होगा और जब ऐसा होगा तो इस क्षेत्र को बेहतर बनाया जा सकता है।

एच.डब्लू.एम.टी.ए. के अध्यक्ष संयम गोयल ने कहा कि मेडिकल टूरिज़्म में बहुत अवसर हैं लेकिन भारत में स्वास्थ्य उद्योग असंख्य समस्याओं से ग्रस्त हैं ऐसे में जरूरत है यहां विद्यमान समस्याओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए इसमें पारदर्शिता के समन्वय के साथ वैश्विक स्तर पर भारत को सर्वश्रेष्ठ मेडिकल टूरिज़्म डेस्टिनेशन बनाना होगा।

संगोष्ठी की संयोजक श्रीमति मीनू सिंह ने कहा कि इस संगोष्ठी एक ऐसा अवसर है जो स्वास्थ्य उद्योग में पारदर्शिता की नीतियों को परिभाषित करेगा और आधुनिक स्वास्थ्य प्रोद्योगिकी के आदर्श संयोजन के साथ प्राचीन कल्याणकारी तकनीकों को प्रतिध्वनित करेगा।

अल्जीरिया के महामहिम राजदूत हमजा याहिया चेरिफ ने वैश्विक पारदर्शी नेटवर्क स्थापित करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और नेटवर्किंग की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह मुश्किल जरूर है लेकिन देशों के आपसी सहयोग और ऐसे नेटवर्क तैयार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य लक्ष्य निर्धारित करते हुए दृढ़ होना होगा। भारत में व्यापक अवसर विद्यमान हैं और यह वैश्विक स्तर पर बहुत सशक्त देश के रूप में सामने आने में सक्षम है।

अधिक जानकारी हेतु सम्पर्क करें; शैलेश नेवटिया – 9716549754