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वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह का निधन एक अपूर्णीय क्षति -चित्रसेन सिंह

मुंबई। तमाम टीवी चैनलों पर होने वाले डिबेट में अपनी निष्पक्ष एवं बेबाक राय रखने वाले हिंदुस्तान के वरिष्ठ पत्रकार शेष नारायण सिंह भी कोरोना से नहीं बच सके। कल दिल्ली में उन्होंने आखिरी सांस ली। रोहित सरदाना के बाद पत्रकारिता जगत के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है ।

श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा नेता चित्रसेन सिंह ने ये बातें कहीं। उन्होंने बताया कि शेष नारायण सिंह विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल गए थे। वहां से लौटने के बाद से ही वह अस्वस्थ हो गए थे। शेष नारायण सिंह की यादों को ताजा करते हुए चित्रसेन सिंह ने बताया की पहली बार श्री टी पी पांडेय जी ने उनकी मुलाकात करवाई थी। पहली ही मुलाकात में उन्होंने जो अपनापन जताया कि हम उनके मुरीद हो गए। वह जब भी मुंबई आते ,हम लोग जरूर मिलते थे और मैं जब भी दिल्ली गया,प्रेस क्लब में मिलते और तमाम विषयों पर चर्चा होती रही।

तरुण कला संगम की ओर से पत्रकारिता के लिए दिये जाने वाले पुरस्कार की बात आई तो उन्होंने न्यूज़-18की पत्रकार प्रीति रघुनंदन का नाम सुझाया ।जिस पर संस्था ने सहज ही मुहर लगा दी। पुरस्कार समारोह में वह खुद मुंबई आए और शामिल हुए।

शेष नारायण सिंह का व्यक्तित्व ही निराला था।वह हमेशा निष्पक्ष राय देते थे। बंगाल से लौटने के बाद भी उनसे बात हुई थी। उन्होंने ने बड़े अपनत्व से समझाया कि मैं तो बीमार पड़ गया हूं,आप लोग अपना ध्यान रखिए। बहुत जरूरी न हो तो बिल्कुल भी बाहर न निकलिए। पत्रकारिता जगत उनकी कमी को पूरा नहीं कर पाएगा।