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स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए विशेष कोर्स तैयार करेगा स्किल डवलपमेंट मंत्रालय

नई दिल्ली। कोटा-बूंदी के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने की योजना को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतिम रूप देना प्रारंभ कर दिया है। लोकसभा अध्यक्ष के निर्देश पर केंद्रीय स्किल डवलपमेंट विभाग स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए विशेष कोर्स तैयार करेगा। संसदीय क्षेत्र के प्रत्येक गांव और ढाणी में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर यह कोर्स करवाया जाएगा जिसके बाद वे महामारी, बीमारी या किसी आपातकालीन परिस्थिति में स्वास्थ्यकर्मियों के उपयोगी सहयोगी के रूप में सेवाएं दे पाएंगे।

कोरोना के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी तथा स्वास्थ्य कर्मियों के अनेक पद खाली होने के कारण ग्रामीणों को होने पाली परेशानी लोकसभा अध्यक्ष बिरला के संज्ञान में आई थी। इसको देखते हुए बिरला ने प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य कोरोना योद्धा सैनिकों की एक टीम तैयार की थी। इस टीम को पल्स आक्सीमीटर और थर्मोमीटर उपलब्ध करवाए गए थे तथा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विशेषज्ञ डाक्टरों से इन्हें सामान्य जानकारी भी दिलाई गई थी। यह टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत उपयोगी साबित हुईं तथा इनके प्रयासों के कारण सैकड़ों लोगों की जान बच सकी।

इन टीमों की सफलता तथा उपयोगिता को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने एक वृहद कार्ययोजना के तहत प्रत्येक गांव में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने की घोषणा की थी। इन कार्यकर्ताओं को स्किल डवलपमेंट विभाग से प्रशिक्षण दिलवाने की बात भी कही थी। इसी योजना को अमल में लाते हुए आज लोकसभा अध्यक्ष ने सोमवार को स्किल डवलपमेंट मंत्रालय के अधिकारियों के बुलाया था।

बिरला ने अधिकारियों को योजना में निहित उद्देश्य की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए एक विशेष कोर्स तैयार करने को कहा। कोर्स के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आॅक्सीजन कंसंट्रेटर संचालित करना, आॅक्सीजन रेग्यूलेट करना, बीपी, आक्सीजन और शुगर का स्तर नापने जैसे अन्य कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोर्स की समाप्ति के बाद स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सीएसआर के माध्यम से एक मेडिकल किट उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे वे गांवों में ही सामान्य जांचें कर पाएंगे। बिरला ने बताया कि प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टेलीमेडिसिन के माध्यम से वरिष्ठ डाक्टरों से भी सम्पर्क में रहेंगे तथा आपातकालीन परिस्थिति में मरीज को परामर्श दिलवा सकेंगे।

बिरला ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था कर हम सेवा को तत्पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के जरिए ग्रामीणों के लिए भरोसेमंद उपचार तंत्र स्थापित कर सकते हैं। यह स्वास्थ्य कार्यकर्ता महामारी, बीमारी या आपातकालीन परिस्थितियों में स्वास्थ्यकर्मियों के सहयोगी के रूप में कार्य करते हुए प्रशासन के लिए भी उपयोगी सिद्ध होंगे।