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ओमान में हिंदी शिक्षण : आपकी सहायता चाहिए

ओमान में हिन्दी भाषियों को हिन्दी पढ़ाने ही नहीं दिया जा रहा है और हिन्दी विकास के लिए बने मंत्रालय – संस्थाएं पिछले सत्तर सालों से लाखों रुपये डकार कर केवल कविता गायन और तालियाँ बजाने के ही काम में लगे हैं। हिन्दी विरोधी घुसपैठ करते जा रहे हैं ।

उदाहरणार्थ सीबीएसई सम्बद्ध इंडियन स्कूल निजवा ( ओमान ) में 2015 में मेरे ज्वाइन करने के बाद 7 हिन्दी शिक्षक – शिक्षिकाएँ थीं — डॉक्टर अशोक कुमार तिवारी हिन्दी विभागाध्यक्ष, सुनंदा तिवारी , शोभा मैम , हिना आलम, प्रियदर्शिनी मैम, प्रमोद तिवारी, रूना फातिमा ( रूना फातिमा के अतिरिक्त सभी गैर मलयाली थे — आज केवल रूना फातिमा एकमात्र हिन्दी शिक्षिका ISN में बची हैं, बाकी सभी को षड्यंत्र करके हटा दिया गया है।

स्कूल के 53 शिक्षक-शिक्षिकाएँ तथा हिन्दी पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता के लिखित निवेदन पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है , “ छात्र-छात्राओँ व माता-पिता के सीबीएसई स्कूल में अच्छे शिक्षक से हिन्दी पढ़ने के मूल अधिकारों को हिन्दी विरोधी प्रिंसिपल जॉन डोमनिक द्वारा कुचला जा रहा है ” | मैथ-साइन्स टीचर्स से हिन्दी पढ़वाकर स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है ।

आप सभी हिन्दी और भारतीय संस्कृति के संरक्षण – संवर्धन के लिए आवाज उठाइए :—

विस्तृत विवरण के लिए वाट्स अप नंबर — +919428075674 पर संपर्क कर सकते हैं।

डॉ. अशोक कुमार तिवारी
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साभार-वैश्विक हिंदी सम्मेलन
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