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कश्मीरी पंडितों की व्यथा दिखाने पर फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को धमकियाँ

निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ 11 मार्च, 2022 को रिलीज के लिए तैयार है। हालाँकि, सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय रहने वाले ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम (2014)’ और ‘द ताशकंद फाइल्स (2019)’ जैसी फिल्मों के निर्देशक पिछले 4 दिनों से ट्विटर से दूर हैं। उन्होंने अपना अंतिम ट्वीट 15 फरवरी, 2022 को किया था। ऐसे में लोग ये चर्चा कर रहे हैं कि क्या ट्विटर ने उनके हैंडल को सस्पेंड कर दिया है? हालाँकि, बात कुछ और ही है।

विवेक अग्निहोत्री ने बयान जारी कर के बताया कि ट्विटर हैंडल को निलंबित नहीं किया गया है, बल्कि उन्होंने खुद इसे डिएक्टिवेट किया है। उन्होंने बताया कि ट्विटर ने उन्हें तभी से ‘शैडो बैन’ कर रखा है, जब से उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर अभियान शुरू किया था। बता दें कि ट्विटर अक्सर दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों को ‘शैडो बैन’ कर देता है, जिससे उनके ट्वीट्स उनके ही अधिकतर फॉलोवरों को नहीं दिखते हैं और उनकी रीच भी कम हो जाती है।

विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि न सिर्फ उनके फॉलोवर्स की संख्या काफी कम कर दी गई है, बल्कि उन्हें उनके ट्वीट्स भी नहीं दिखते। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके इनबॉक्स में गालियों और धमकियों से भरे कई मैसेज्स भी आ रहे थे। बकौल विवेक अग्निहोत्री, गाली और धमकी देने वाले कौन लोग हैं, ये आप सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि वो इन तत्वों से निपट नहीं सकते, लेकिन इनमें से अधिकतर पाकिस्तानी और चीनी बोट्स हैं। उन्होंने पूछा कि ये फतवा, गालियाँ और धमकियाँ आखिर किसलिए?

विवेक अग्निहोत्री ने अपने बयान में कहा, “आप भले ही कितने भी कड़े हों, लेकिन अपने और अपने परिवार के प्रति घृणा से सनी गालियाँ देने वालों से घिरे रहना दिमाग पर असर डालने वाला है। ये सब किसलिए? कश्मीरी भाइयों-बहनों के दर्द और कष्ट पर एक ईमानदार फिल्म बनाने के लिए? क्या वो इसीलिए बेचैन हैं क्योंकि सच खुल कर सामने आ जाएगा? सोशल मीडिया की बुरी दुनिया ने कई शैतानी ताकतों को शक्तियाँ दे दी हैं। हमारी चुप्पी से उन्हें उत्साह मिलता है कि वो जीत सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ उस चुप्पी को तोड़ती है, ऊँचे और स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ उस अमानवीय आतंकवाद की पोल खोलने वाला एक प्रयास है, जिसने शिव और सरस्वती की पवित्र भूमि को तबाह कर दिया। उन्होंने ध्यान दिलाया कि किस तरह मजहबी आतंकवाद भारत की भूमि के अन्य भागों में पाँव पसार रहा है। उन्होंने कहा कि यही कारण है, कि उनके जैसे लोगों को चुप कराने के प्रयास हो रहे हैं। विवेक अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि वो हमेशा उनके लिए बोलते हैं, जिन्हें सुना नहीं गया।

फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री को ‘द कश्मीर फाइल्स’ के लिए मिल रही धमकियों पर उनका बयान

फिल्म निर्देशक ने कहा कि वो भारत विरोधी अर्बन नक्सल्स के कई झूठ और फेक नैरेटिव्स की लगातार पोल खोल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ये ताकतें उन्हें चुप कराना चाहती हैं। विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि उन्हें अच्छी तरह पता है कि चुप्पी के कारण कश्मीर नरसंहार जैसी त्रासद घटनाएँ होती हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को जान लेना चाहिए कि उन्हें चुप नहीं कराया जा सकता है। फिल्म निर्देशक ने अपने फैंस और समर्थकों को उनके प्यार के लिए धन्यवाद भी दिया।

बता दें कि अमेरिका में अब तक 30 जगहों पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ की स्क्रीनिंग हो चुकी है। इन शो के माध्यम से दुनिया को कश्मीरी हिन्दुओं पर हुए इस्लामी अत्याचार के बारे में बताया गया। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती और अनुपम खेर जैसे अभिनेता मुख्य भूमिकाओं में हैं। अमेरिका के टाइम्स स्क्वायर पर फिल्म का पोस्टर भी दिखाया गया था। विवेक अग्निहोत्री का कहना है कि इसकी रिलीज रुकवाने के लिए उन्हें धमकियाँ और गालियाँ मिल रही हैं। उन्हें अमेरिका में इसकी स्क्रीनिंग रोकने के लिए भी धमकियाँ मिली थीं।

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