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वरिष्ठ पत्रकार प्राण चोपड़ा नहीं रहे

अनुभवी पत्रकार और द स्टेट्समैन के पहले भारतीय संपादक प्राण चोपड़ा का रविवार को निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से बीमार थे। ऑल इंडिया रेडियो के लिए द्वितीय विश्व युद्ध और भारत-पाकिस्तान की जंग कवर करने वाले चोपड़ा 92 वर्ष के थे। उनके निधन पर एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने शोक जाहिर किया है। वह अपने पीछे पत्नी और दो बेटियां छोड़ गए हैं।  

उनका जन्म जनवरी 1921 में लाहौर में हुआ था। उन्होंने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत 1941 में सिविल एंड मिलिट्री गजट से की। उन्हें 60’ के दशक में स्टेट्समैन के दिल्ली एडिशन का संपादक बनाया गया और उसके बाद वह अखबार के एडिटर-इन-चीफ बने।   60’ के दशक के आखिर में वह ‘द सिटिजन’ और ‘वीकेंड रिव्यू’ जैसी मैगजीन्स के एडिटर बने। चोपड़ा ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो की किताब ‘इफ आइ एम असैसिनेटेड’ की प्रस्तावना भी लिखी। 

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